Bargaining of Happiness

चलो ना लम्हों की कुछ बार्गेनिंग करे
अनदेखे ख़्वाबों की यूँ हार्वेस्टिंग करे

खुशीयों के कस्टमाइज्ड घरौंदे बनाये
लाइफ की कैसेट रिवाइंड करके चलाये

बदहवास लम्हों को स्किप कर भगाये
खुशनुमा यादों पर यूँ पाॅज बटन दबाये

ब्लर्ड अहसास को धीरे धीरे साफ करे
हार्डकोर मिस्टेक्स को हम अब माफ़ करे

चलो ना लम्हों की कुछ बार्गेनिंग करे
अनछुँवे ख़्यालों की यूँ मार्केटिंग करे

ना कल कि फ़िक्र ना कल का ज़िक्र
आज के होने पर हो आज ही ज़िक्र

ना टेंशन का होना ना मेंशन का रोना
हैप्पीनेस जाॅय की चाबी फुल भरना

उदासी के बादल मन से उतार फेंकों
ग़मों का काजल रूह से बुहार फेंकों

चलो ना लम्हों की कुछ बार्गेनिंग करे
बिखरे जज़्बातों की यूँ हार्वेस्टिंग करे

#RockShayar

Shayar Jo Ki Ek Tha Engineer

अपने बारे में क्या बताऊं आप खुद जान जाएंगे
इससे पहले के लब खोलूं खुद पहचान जाएंगे

नाम है इरफ़ान और उम्र है सैंतीस
गूंजती हुई तालियां यही मेरी फीस

हाथ थोड़ा काँपता है, काँपती है आवाज़
दिल में है दर्द भरा और आँखों में है आस

सबसे ज़ुदा है यह मेरा अंदाज़
रूह से जुड़ा हरइक अल्फ़ाज़

वैसे तो आपकी सब दुआओं से I’m एन इंजीनियर
But Nowadays poetry ke very very near

दूर करता है अब यही तो मेरा Fear
पैशन लगे ये मुझे मेरा sabse Dear

So lets enjoy come on guyz cheer
Bcoz one n only The RockShayar is here




Papa Kehte Hai Beta Version

*Dedicated to All Engineers*⚙️🤘🏻🎙️😂
*Papa Kehte Hai Beta Version 2.0*😅

ये कहानी है हर उस लड़के की
ये कहानी है हर उस लड़की की
जो इंजीनियर तो बन गये
पर इंजीनियर नहीं बन पाये।
जो कुछ और बनना चाहते थे
वो कुछ और बनकर रह गये
जो कुछ और करना चाहते थे
वो कुछ और करकर रह गये।

ये कहानी है हर उस इंजीनियर की
जो अपने पैशन की इक्वेशन बनाकर
जमाने के ऑउट ऑफ सिलेबस जाकर
जाॅबवाले कम्फर्ट जोन को भुलाकर
अब अपने दिल की सुनना चाहता है।

दोस्तों आज कॉलेज का आखरी दिन है
और अपनी फ्यूचर लाइफ के लिये
सभी ने कुछ ना कुछ सोच रखा है
लेकिन मैंने अपने लिये कुछ नहीं सोचा है
ओह रियली आई मीन इट
और आज..आज मुझे बार-बार एक ही ख़याल आ रहा है।

पापा कहते है बड़ा नाम करेगा
बेटा हमारा जबरा काम करेगा
मगर ये तो कोई ना जाने
के मेरी मंज़िल है ज़ुदा
पापा कहते है बड़ा नाम करेगा…


बैठे हैं सटके…सब यार अपने
सबके दिलों में…अरमां ये है
वो इम्तिहाँ में…कल क्या आयेगा
हर इक नज़र का…सपना ये है
कोई सेमेस्टर भर का काम करेगा
मिडटर्म में कोई अपना नाम करेगा
मगर मार्क्स तो…फिर भी ना आने
है बड़ी मुश्किल…करूं मैं क्या
पापा कहते है बड़ा नाम करेगा।

बैकलॉग के झटके…सब्जेक्ट हैं अटके
अच्छे प्लेसमेंट का….सपना ये है
वो मार्केट में….कल क्या चलेगा
हर इक प्रोफेसर का…कहना ये है
कोई बैंकों में क्लर्क का काम करेगा
फील्डवर्क में कोई अपना नाम करेगा
मगर दिल तो…ज़िद्दी न माने
है मेरी मंज़िल…मुझे पता
पापा कहते है बड़ा नाम करेगा।

गर्लफ्रेंड के नखरे…यारों के लफड़े
सबके होठों पे…क्वेश्चन एक है
तू ज़िन्दगी में….कल क्या बनेगा
हर इक टीचर का…ताना ये है
कोई मार्केटिंग वाला काम करेगा
गेमिंग में कोई अपना नाम करेगा
मगर ये तो…कोई न जाने
के मेरी मंज़िल….मुझ में हाँ
पापा कहते है‌ बड़ा नाम करेगा।

सिगरेट के पैकिट…डेनिम की जैकिट
सबकी जेबों में…माचिस एक है
वो तेरी भाभी…एक दिन बनेगी
हर इक नज़र का…सपना ये है
कोई टेडी बियर से नियर आयेगा
बाॅडी पे उसका ही टैटू बनवायेगा
मगर दिल तो..मेरी न माने
है मेरी मंज़िल…मुझ में हाँ
पापा कहते है बड़ा नाम करेगा।

मेरा तो सपना…है एक डायरी
लिखू जो उसमें..झूमे बहार
बदले में मिलता…चैन और सुकूं
ज़िंदा हैं सपने…हैं जिनसे प्यार
बंदा ये शायरों वाला काम करेगा
लफ़्ज़ों के दरमियाँ अपना नाम करेगा
मेरी क़लम से…मिलो तो यारों
के मेरी मंज़िल…यही है हाँ
पापा कहते थे बड़ा नाम करेगा
बेटा हमारा जबरा काम करेगा

*Irfan Ali “RockShayar”*

Maut Ek Rasm


हर शख़्स में अपना अक्स तलाशते हैं
बड़ी ख़ामोशी से लब लफ़्ज़ तलाशते हैं
ये दुनिया वाले हैं
इन्हें क्या फर्क़ पड़ता हैं
ये तो मौत में भी इक रस्म तलाशते हैं

मिसेज अफ़साना इरफ़ान

दिल लगया हीर दे नाल, सीरत जिसदी शायराना वे
रूह वरगी सुफ़ेद कुड़िये, नाम उसदा अफ़साना वे

होर की दस्सा मैं तेनु, गल्ला बस इतणी ही करदा
हयात विच है साथ उसदा, साड्डी चंगी तक़्दीर वे




My School

रहमत कहते है जिसे, वो धूल है माँ के पाँव की
इंसान बना मैं जहाँ, वो स्कूल है मेरे गाँव की ।

New Job Mere Field Wali

My zigzag career journey was started in 2006 as a Lab Assistant, then System Supervisor, Lecturer, Assistant Professor, Site Engineer, Content Writer, News Reporter, Copy Editor, Banker, and Now in the year of 2022 Finally Electronics and Communication Engineer…Thanks Allah Rabbul Izzat爐

Darakht

https://youtube.com/shorts/tpTWcz01BU0?feature=share

*कोई कमबख़्त कहता है कोई बदबख़्त कहता है, फ़क़त इक यार ही तो मुझको दरख़्त कहता है,,,, उसने देखा है मुझे शजर से पत्थर होते हुए, वो मेरे दर्द को छूकर उसे फिर नज़्म कहता है*

Big Bro

*गांव की सरकारी स्कूल में पढ़ा छात्र बना जिला शिक्षा अधिकारी*

*इरादों में खनक कुछ ऐसी हो तेरी ज़र्रा कहे और सारा आसमां सुने*
*क़िरदार तेरा इस क़दर हो मुक़म्मल फिर अंदाज़ वो सारा ज़माना चुने*

अजमेर जिले की *मसूदा पंचायत समिति* का *बहुचर्चित गाँव लोडियाना* इन दिनों अपनी *प्रोग्रेसिव प्रतिभाओं* के दम पर समूचे प्रदेश में *गौरव का परचम* लहरा रहा है। किसे मालूम था कि *साल 1999 में गांव की सरकारी स्कूल* में *दसवी कक्षा* में पढ़ रहा *होनहार छात्र शौक़त अली देशवाली* ठीक *23 बरस बाद इसी जिले के शिक्षा विभाग को एक नई दिशा* प्रदान करेगा।

*शौक़त जी के गौरवशाली शैक्षणिक सफ़र* की बात करें तो इन्होंने *साल 2001 में राजकीय नारायण उच्च माध्यमिक विद्यालय बिजयनगर* से *कला संकाय में बारहवीं* करने के बाद *जीसीए अजमेर* से *बीए बीएड एमए किया। तत्पश्चात *एमफिल और पीएचडी* जैसी उच्च शिक्षा हासिल करके अपने *खानदान, देशवाली समाज और गांव का नाम रौशन* किया।

*वर्ष 2010 में राजस्थान लोक सेवा आयोग अजमेर* द्वारा आयोजित *प्राध्यापक (भूगोल) पद* पर पदस्थापित होने के बाद *शौक़त जी‌ ने कभी पीछे मुड़कर नहीं* देखा।

अपनी *अथक मेहनत, हरदिल अज़ीज़ कार्य कुशलता और स्मार्ट सोच* के बलबूते पर मात्र *12 वर्ष की राजकीय सेवा और 38 साल की छोटी सी उम्र* में *अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी (ADEO), अजमेर संभाग* पद पर नियुक्त होकर *डॉ. शौकत अली देशवाली* ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा लिया है।

*डॉक्टर साहब* को हम सभी घर वालों गांव वालों और कौम वालों की तरफ से *हार्दिक शुभकामनाएं और दिली मुबारकबाद*। दिल से दुआ है कि आप *इसी तरह बुलंदी से बालातर मक़ाम पर काबिज़ होते जाएं* और अपनी *कौम के युवाओं और बच्चों के लिए कामयाबी की एक नई नज़ीर* पेश करें।

आमीन
फ़क़त
*हाजी मोहम्मद उमर ख़ान साहब (बड़े पापा जी)*
*हाजी चांद मोहम्मद ख़ान साहब (पिता जी)*
*हज्जन‌ सलमा (बड़ी अम्मी)*
*हज्जन‌ रईसा (अम्मीजान)*
अब्दुल रऊफ़ ख़ान (बड़े मामा जी)
अब्दुल रब ख़ान (छोटे मामा जी)
निजाम साहब (फूफा जी)
खालिद रशीद ख़ान (बड़े जीजा जी)
हारून रशीद ख़ान (छोटे जीजा जी)
अब्बास अली ख़ान (बड़े भाई साहब)
आबिद अली ख़ान (बड़े भाई साहब)
जावेद अली ख़ान (बड़े भाई साहब)
मोहम्मद अली ख़ान (बड़े भाई साहब)
रेहाना ख़ान (बड़ी बहिन जी)
रुखसाना ख़ान (बड़ी बहिन जी)
*इरफ़ान अली ख़ान (छोटे भाई साहब)*
एवं *तमाम देशवाली परिवार लोडियाना बिजयनगर अजमेर*