एक दोस्त है मेरा, सबसे अलग सबसे जुदा
एक यार है मेरा, सब यारों से अलहदा
पता नहीं हम में बड़ा कौन है
मैं उम्र में बड़ा हूँ और वो दिल से
एक दोस्त है मेरा, सबसे अलग सबसे जुदा
एक यार है मेरा, सब यारों से अलहदा
पता नहीं हम में बड़ा कौन है
मैं उम्र में बड़ा हूँ और वो दिल से
*बिना पुलिस 10 सेकेंड में ढूंढ सकेंगे चोरी हुआ मोबाइल*
आपका मोबाइल चोरी हो गया है या फिर कहीं खो गया है तो आपको पुलिस के चक्कर काटने की जरूरत नहीं है। आप खुद ही सिर्फ 10 सेकेंड में पता लगा सकेंगे कि आपका मोबाइल चोरी होने के बाद कौन सी लोकेशन पर दोबारा एक्टिव हुआ है।साथ ही अगर आप सेकेंड हैंड फोन खरीदने जा रहे हैं और यह पता लगाना चाहते हैं कि कि ये फोन चोरी का तो नहीं…तो इसकी भी फिक्र करने की आपको जरूरत नहीं है। आप इसका भी सिर्फ 10 से 15 सेकेंड में पता लगा सकते हैं।
यानी जो काम पुलिस कर सकती है, वो ही काम आप एक क्लिक पर घर बैठे कर सकते हैं। लेकिन, आपके मन में अब एक सवाल फिर से उठ रहा होगा कि आखिर ये कैसे संभव है?
दरअसल, आपके गुम या चोरी हुए मोबाइल को ढूंढने में सरकार आपकी मदद करने वाली है। केंद्र सरकार इसी सप्ताह से पूरे देश में मोबाइल ट्रैकिंग सिस्टम को लागू करने वाली है। इस सिस्टम के जरिए आप आईफोन से लेकर एंड्रॉयड फोन को ट्रैक कर सकेंगे। इसके लिए आपको सेंट्रल इक्विपमेंट आइडेंटिटी रजिस्टर (CEIR) दूरसंचार विभाग की वेबसाइट https://www.ceir.gov.in पर जाना होगा।
इस वेबसाइट के जरिए आप अपने मोबाइल को सीधे ब्लॉक कर सकते हैं और फोन दोबारा मिल जाता है तो उसे अनब्लॉक भी कर सकते हैं। इतना ही नहीं आप अपने मोबाइल को ट्रैक कर पुलिस को भी बता सकते हैं कि आपका फोन कौन से शहर में एक्टिव दिख रहा है।
फोन को ट्रैक करने से पहले आपको जो प्रोसेस अपनाना है, उसमें करीब 24 घंटे का समय लगेगा। जब आपका ये प्रोसेस पूरा हो जाएगा तो चोरी करने वाला आपका फोन यूज भी नहीं कर पाएगा। यदि वह उसमें गलती से भी सिम डाल देता है तो उसकी लोकेशन जरूर ट्रैक हो जाएगी और आपको पता चल जाएगा कि आपका फोन कहां पर यूज हो रहा है। दावा किया जा रहा है कि इसी वेबसाइट के जरिए अब तक करीब ढाई लाख मोबाइल सरकार उनके मालिकों तक पहुंचा चुकी है। सबसे पहले आपको पुलिस को एक FIR देनी होगी और इसकी एक कॉपी अपने पास रखनी है। अपने मोबाइल ऑपरेटर जैसे- एयरटेल, जियो, वोडाफोन, बीएसएनएल आदि से खोए हुए नंबर के लिए एक डुप्लीकेट सिम कार्ड लेना होगा।
ये इसलिए जरूरी है क्योंकि आपको अपने IMEI नंबर को ब्लॉक करवाने के लिए, ओटीपी भेजा जाएगा। ट्राई के नियमानुसार जारी की गई नई सिम पर SMS सर्विस 24 घंटे में एक्टिव हो जाएगी।
आपको सबसे पहले https://www.ceir.gov.in/ इस वेबसाइट पर जाना होगा, जहां आपको तीन ऑप्शन मिलेंगे।
ये वेबसाइट इंग्लिश और हिंदी दोनों भाषाओं का ऑप्शन देती है। आप अपनी सुविधा अनुसार लैंग्वेज ऑप्शन सिलेक्ट कर सकते हैं।
जब आप लैंग्वेज को सिलेक्ट कर आगे बढेंगे तो ये ऑप्शन मिलेंगे– ब्लॉक स्टोलन या ब्लॉक मोबाइल यानी अपना चोरी या गुम हुआ फोन ब्लॉक करेंगे।
अनब्लाॅक फाउंड मोबाइल यानी जो मोबाइल मिल गया है उसे अनब्लॉक करें।
चेक रिक्वेस्ट स्टेटस यानी जिसके लिए आपने रिक्वेस्ट भेजी है, उसका क्या स्टेटस या फिर किस प्राेसेस पर है।
अब तक केवल इस पोर्टल पर फोन ब्लॉक या अनब्लॉक के लिए पहले केवल पुलिस ही फॉर्म भर सकती थी और फोन ट्रैक कर सकती थी। लेकिन, अब पुलिस के साथ आमजन भी फॉर्म भर सकते हैं।
आपको पहला ऑप्शन ‘ब्लॉक स्टोलन या ब्लॉक मोबाइल’ चुनना है, चुनते ही एक फॉर्म खुलेगा।
इसमें चोरी या गुम हुए मोबाइल के नंबर, IMEI नंबर, ऑपरेटर का नाम, मोबाइल मॉडल आदि लिखना है।
जब मोबाइल खरीदा था उसका बिल आपको अटैच करना होगा, यदि आपका फोन दो सिम वाला है और दोनों सिम आप यूज कर रहे हैं, तो दोनों नंबर और दोनों IMEI नंबर शेयर करने होंगे।
मोबाइल खोने से संबंधित जानकारी, जैसे तारीख, शहर, जिला, पुलिस स्टेशन का नाम, कंप्लेंट नंबर और FIR की कॉपी अटैच करनी होगी।
इसके बाद अपना नाम, पता सहित अपनी व्यक्तिगत जानकारी भरें और ई-मेल आईडी आदि जानकारी शेयर करनी होगी।
कैप्चा लिखने के बाद, मोबाइल नंबर लिखे, जिस पर OTP आएगा।
मेरी जानकारी सही है, गलत जानकारी देने पर मैं उत्तरदायी हूं…सिलेक्ट करें और फॉर्म सब्मिट कर दें।
फॉर्म सब्मिट होते ही आपको एक रिक्वेस्ट आईडी दी जाएगी। इस रिक्वेस्ट आईडी के जरिए आप अपनी कंप्लेंट की स्थिति देख सकते हैं, इसी रिक्वेस्ट आईडी से आपका फोन भी अनब्लॉक होगा।
*रब्बिर हम हुमा कमा रब्बयानी सग़ीरा*
*Rabbir ‘Ham Huma Kama Rabbayani Sagheeran*
*ऐ मेरे रब! जिस तरह इन्होंने मुझे बचपन से पाला, इसी तरह तू भी इन पर रहम फ़रमा*
*Ae Mere Rabb Jis Tarah Inhone Mujhe Bachpan Se Pala Isi Tarah Tu Bhi In Par Raham Farma*
*अल क़ुर्आन – सूरह अल इसरा- आयत 24*
*Al QURAN – Surah ISRA AYAT – 24*
爐
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ऐसे बहुत से शायर हैं, जिनके शेर का दूसरा मिसरा (line) इतना मशहूर हुआ कि लोग पहले मिसरे (line) को तो भूल ही गये.ऐसे ही, चन्द उदाहरण यहाँ पेश हैं-
‘ऐ सनम वस्ल की तदबीरों से क्या होता है ?
वही होता है जो मंज़ूर-ए-ख़ुदा होता है.’
– मिर्ज़ा रज़ा बर्क़
‘भाँप ही लेंगे इशारा सर-ए-महफ़िल जो किया,
ताड़ने वाले क़यामत की नज़र रखते हैं.’
– माधव राम जौहर
‘चल साथ कि हसरत दिल-ए-मरहूम से निकले,
आशिक़ का जनाज़ा है, ज़रा धूम से निकले.’
– मिर्ज़ा मोहम्मद अली फ़िदवी
‘दिल के फफोले जल उठे सीने के दाग़ से,
इस घर को आग लग गई, घर के चराग़ से.’
– महताब राय ताबां
‘ईद का दिन है, गले आज तो मिल ले ज़ालिम,
रस्म-ए-दुनिया भी है,मौक़ा भी है, दस्तूर भी है.’
– क़मर बदायूंनी
‘क़ैस जंगल में अकेला ही मुझे जाने दो,
ख़ूब गुज़रेगी, जो मिल बैठेंगे दीवाने दो.’
– मियाँ दाद ख़ां सय्याह
”मीर’ अमदन भी कोई मरता है?
जान है तो जहान है प्यारे.’
– मीर तक़ी मीर
‘शब को मय ख़ूब पी, सुबह को तौबा कर ली,
रिंद के रिंद रहे हाथ से जन्नत न गई’
– जलील मानिकपुरी
‘शहर में अपने ये लैला ने मुनादी कर दी,
कोई पत्थर से न मारे मेंरे दीवाने को.’
– शैख़ तुराब अली क़लंदर
‘ये जब्र भी देखा है तारीख़ की नज़रों ने,
लम्हों ने ख़ता की थी, सदियों ने सज़ा पाई’
– मुज़फ़्फ़र रज़्मी
*प्रेस की आजादी को लेकर आज मनाया जा रहा है दुनिया भर में यह उत्सव*
3 मई को विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाया जाता है. यह दिन यूनेस्को द्वारा आयोजित किया जाता है और इसका उद्देश्य मीडिया और प्रेस की भूमिका के बारे में समर्थन और जागरूकता पैदा करना है. प्रेस, जिसे लोकतंत्र का चौथा स्तंभ माना जाता है, संतुलन बनाए रखने और वैश्विक नागरिकों से संबंधित मुद्दों की रिपोर्टिंग के लिए आवश्यक है. महत्वपूर्ण घटनाओं के पीछे की सच्चाई को उजागर करने के लिए पत्रकारों, संपादकों और फोटोग्राफरों ने अक्सर अपनी जान की बाजी लगा दी है. विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस 2023 भी इस दिन के 30 साल पूरे होने का प्रतीक है.
विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस 2023 की थीम यूनेस्को द्वारा निर्धारित की गई है। विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस 2023 की थीम “Shaping a Future of Rights: Freedom of Expression as a Driver for all other human rights” है. इस वर्ष मनाए गए विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस की 30वीं वर्षगांठ, सभी मानवाधिकारों के आनंद के लिए मौलिक रूप में प्रेस स्वतंत्रता, तथा स्वतंत्र और विविध मीडिया की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर देती है। यह अवसर वियना सम्मेलन की 30वीं वर्षगांठ और मानव अधिकारों पर इसकी घोषणा और कार्रवाई के कार्यक्रम के साथ मेल खाता है, जिसने मानवाधिकारों की रक्षा करने वाली महत्वपूर्ण संस्थाओं की स्थापना की, साथ ही साथ मानवाधिकारों की सार्वभौमिक घोषणा की 75वीं वर्षगांठ भी मनाई।
यूनेस्को के छब्बीसवें आम सम्मेलन (United Nations General Assembly – UNESCO) सत्र के दौरान 1991 में की गई एक सिफारिश के बाद, संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा 3 मई, 1993 को आधिकारिक तौर पर विश्व स्वतंत्रता प्रेस दिवस घोषित किया गया था. घोषणा 1991 के विंडहोक घोषणा की प्रतिक्रिया थी, जिसे अफ्रीकी पत्रकारों द्वारा तैयार किया गया था जो यूनेस्को द्वारा आयोजित एक संगोष्ठी में प्रेस स्वतंत्रता पर चर्चा करने के लिए एकत्र हुए थे. विंडहोक घोषणा 3 मई को संपन्न हुई, जो बाद में विश्व स्तर पर प्रेस स्वतंत्रता का जश्न मनाने और समर्थन करने के लिए नामित किया गया दिन बन गया.
3 मई, 2023 को विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस मनाने के अलावा, इस अवसर पर UNESCO/Guillermo Cano वर्ल्ड प्रेस फ्रीडम पुरस्कार की प्रस्तुति भी होगी। यह प्रतिष्ठित पुरस्कार उन पत्रकारों को दिया जाता है जिन्होंने इस क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है, विशेष रूप से उन्हें जिन्होंने जनता को महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करने के लिए अपने जीवन को खतरे में डाला है.
किसी को कमलापसंद नहीं मिल रही
किसी को पसंद की कमला नहीं मिल रही
किसी को मिली हुई कमला पसंद नहीं आ रही
मतलब सब दुखी है भैया कोई सुखी नहीं है यहां
इसीलिए तुम भी शादी कर लो क्योंकि पत्नी ही अंतिम सत्य है बाबू😂😂
*रक्षाबंधन पर 40 लाख महिलाओं को दिए जाएंगे सरकारी स्मार्टफोन*
*राखी पर तोहफे में गहलोत सरकार देगी स्मार्टफोन*
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने हनुमानगढ़ के रावतसर में महंगाई राहत कैंप का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने मीडिया से वार्ता करते हुए कहा कि जनता से आशीर्वाद हमारे साथ है. महंगाई राहत कैंप से लोगों को राहत मिली है. देश में अभी अहिंसा और भाईचारे की जरूरत है. बुजुर्ग, महिलाओं ने कैंप को सराहा है. हमने 10 लाख के इलाज बीमा को 25 लाख रुपए किया है.
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि राजस्थान सरकार रक्षाबंधन पर प्रदेश की 40 लाख महिलाओं को स्मार्टफोन वितरित करेगी. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने बजट भाषण में फ्री स्मार्टफोन देने की घोषणा की थी.उन्होंने अपने बजट भाषण में कहा था कि सरकार चाहती है गरीब परिवार के बच्चे भी ऑनलाइन माध्यम से पढ़ाई कर सकें. कोरोना काल में अमीरों के बच्चों ने तो पढ़ाई कर ली थी, लेकिन गरीब बच्चों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा. इसलिए सरकार चाहती है कि यह कमी दूर हो.
बताया जा रहा है कि इस योजना के लिए तीन कंपनियों को टेंडर जारी किए गए हैं और बजट करीब 12 हजार करोड़ रुपये का है. सूत्रों ने बताया है कि स्मार्टफोन एंड्राइड लेवल का होगा. जिसमें सिम कार्ड भी सरकार की तरफ से ही दी जाएगी और उसका शुरुआती रिचार्ज भी सरकार ही करवाएगी. बताया जा रहा है कि आचार संहिता से ठीक पहले जादूगर का यह मास्टर स्ट्रोक काफी मायने में प्रदेश की महिला वोटर को कांग्रेस की तरफ आकर्षित करेगा.
*इवनिंग राजस्थान न्यूज़*
1. कांग्रेस आलाकमान के नए दूत पहुंचे जयपुर
2. सीएम गहलोत को किस से ज्यादा खतरा, पायलट या भाजपा
3. मांडवा में हिस्ट्रीशीटर को पकड़ने गई पुलिस पर हुआ हमला
4. पुलिस मुख्यालय ने जारी किए छापेमारी को लेकर नए दिशा निर्देश
5. महंगाई राहत कैम्पों को लेकर आमजन में दिखा उत्साह
6. वरिष्ठ शारीरिक शिक्षा अध्यापक परीक्षा-2022 के प्रवेश-पत्र अपलोड
7. आयुष्मान योजना का नाम बदलकर चिरंजीवी रखा गया
8. पेयजल को लेकर खेतड़ी में लोगों ने किया प्रदर्शन
9. प्रतिबंधित इलेक्ट्रिक सिगरेटों पर पुलिस की कार्रवाई
10. अलनीनो ने बदली मौसम की चाल, अप्रैल में भी लग रही है ठंड
11. जनसंख्या नियंत्रण के लिए बिना भेदभाव के दो बच्चों की नीति हो लागू
12. सीएम गहलोत की पत्नी का यूट्यूब पर नया वीडियो धमाल मचा रहा
13. प्रशासन शहरों के संग अभियान में समय पर पट्टा जारी करने की कवायद
14. धोनी ने क्या बताया हार का कारण ?
15. राहुल बोले, कर्नाटक में सरकार बनी तो मछुआरों का 10 लाख का बीमा
16. राजस्थान में खुलेंगे 23 सरकारी नर्सिंग कॉलेज
17. मंडियों में बिक रहीं जहरीली सब्जियां
1. चुनावी साल में कांग्रेस पार्टी का संगठन राजस्थान के नेताओं में तालमेल को लेकर पूरी तरह आशान्वित दिख रहा है. जयपुर आए सह-प्रभारियों का कहना है कि संगठन सबको साथ लेकर चलेगा. सचिन पायलट के सवाल पर सह-प्रभारी अमृता धवन ने साफ कहा कि कांग्रेस में बोलने पर तलवार से गर्दन काटने की परिपाटी नहीं है. धवन ने कहा कि परिवार में आपसी बातचीत से सब समाधान हो जाएगा. तो वहीं सह-प्रभारी वीरेन्द्र सिंह राठौड़ कहते हैं कि अशोक गहलोत और सचिन पायलट दोनों ही बलशाली नेता हैं. राठौड़ कहते हैं कि इनके अनुभव और नौजवान ऊर्जा के संगम का ज़िम्मा अब संगठन पर है. ऐसे में प्रभारी की भाषा से लग रहा है कि कांग्रेस का संगठन आशान्वित तो है, लेकिन उसके लिए पहल कौन करेगा?
कांग्रेस के संगठन और एआईसीसी के प्रतिनिधियों को राजस्थान के नेताओं में तालमेल की पूरी उम्मीद है. संगठन की भाषा से तालमेल की यह आशा साफ झलक रही है. अपनी नियुक्ति के बाद जयपुर की धरती पर पहली बार आए सह प्रभारी वीरेंद्र सिंह राठौड़ ने कहा कि अशोक गहलोत और सचिन पायलट दोनों को ही पार्टी साथ लेकर पार्टी चलेगी. राठौड़ कहते हैं कि पायलट और गहलोत दोनों बलशाली नेता हैं. एक के पास बड़ा अनुभव है तो दूसरे के पास नौजवान ऊर्जा है. ऐसे में इसका संगम कराना संगठन का काम है.
2. राजस्थान में विधानसभा चुनाव का वक्त करीब आने के साथ ही राजनीति भी गरमाने लगी है। सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी ऐसे समय में गंभीर अंतर्कलह के दौर से गुजर रही है। राजस्थान कांग्रेस अशोक गहलोत बनाम सचिन पायलट खेमे में बंटी हुई है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट एक-दूसरे पर लगातार हमलावर हैं। ये दोनों एक-दूसरे पर हमला करने का कोई भी अवसर नहीं गंवा रहे हैं। वहीं, विपक्षी पार्टी बीजेपी भी कांग्रेस पर लगातार हमलावर है। इस बीच, सीएम अशोक गहलोत ने अपना डर जाहिर भी कर दिया। दरअसल, सीएम अशोक गहलोत को साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव में हार का डर सताने लगा है। सचिन पायलट को राजनीतिक तौर पर जवाब देने के लिए अशोक गहलोत ने बीकानेर में किसान रैली आयोजित की थी। इसमें कांग्रेस के दिग्गज नेताओं के साथ ही राज्य के कई मंत्री भी मंच पर मौजूद थे। इस मौके पर सीएम गहलोत ने कहा कि यदि दोबारा से उनकी सरकार नहीं बनी तो बीजेपी उनकी योजनाओं को बंद कर देगी। इस मौके पर उन्होंने कई योजनाओं का हवाला देते हुए कहा कि यदि प्रदेश में यदि उनकी सरकार रिपीट नहीं हुई तो भाजपा उनकी सरकार द्वारा चलाई गई योजनाओं को बंद कर देगी। बीकानेर के जसरासर में किसान रैली को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि अगर बीजेपी सत्ता में आई तो उनके द्वारा चलाई गई योजनाओं को बंद कर देगी। गहलोत ने कहा कि जिनकी कोरोना काल में मौत हुई, उनकी सरकार उनके बच्चों को सरकारी नौकरी देने जा रही है। इस बीच में यदि बीजेपी सत्ता में आई तो मुझे डर है कि वे इस योजना को बंद कर देगी। गहलोत ने कहा कि उनका अनुभव रहा है कि जब भी बीजेपी सत्ता में आई उनकी योजनाओं को बंद कर दिया गया। हालांकि, आखिर में सीएम गहलोत ने कहा कि उन्होंने सर्वे कराया है, जिसमें उनके रिपीट होने की बात सामने आई है।
दरअसल, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत तीसरी बार सीएम बने हैं। उनके सीएम रहते हुए कांग्रेस को चुनाव में दो बार हार का सामना करना पड़ा। सचिन पायलट बार-बार इसी को मुद्दा बना रहे हैं। वह गहलोत की नेतृत्व क्षमता पर भी सवाल उठा रहे हैं। बता दें कि दो महीने पहले सचिन पायलट ने किसान रैलियां कर ताकत दिखाई थी। अब गहलोत ने बीकानेर में किसान रैली कर खुद की ताकत दिखाने की कोशिश की है। इस रैली में राजस्थान कांग्रेस के प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा समेत आधा दर्जन मंत्री मौजूद रहे। दरअसल, गहलोत और पायलट के बीच किसान नेता बनने की होड़ है। किसान बहुल पश्चिम राजस्थान में किसान चुनाव में निर्णायक भूमिका निभाते रहे हैं।
3. उदयपुर जिले के मांडवा क्षेत्र में एक हिस्ट्रीशीटर को गिरफ्तार करने पहुंची उदयपुर पुलिस को घेरकर बदमाशों ने पथराव और फायरिंग कर दी। घटना में थानाधिकारी उत्तम सिंह सहित छह पुलिसकर्मियों को चोट आई हैं। इन सभी पुलिसकर्मियों का उपचार मांडवा के अस्पताल में जारी है। आईजी अजयपाल लांबा ने कहा– प्राइमरी मेडिकल जांच में किसी पुलिस कर्मी के गोली लगने की अभी पुष्टि नहीं हुई है मेडिकल रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति की जानकारी मिलेगी. कुख्यात अपराधी रनिया और उसके बेटे सहित करीब 35 लोगों ने पुलिस पर हमला बोल दिया था.
मिली जानकारी के अनुसार गुरुवार देर शाम मांडवा थाने के पुलिसकर्मी हिस्ट्रीशीटर रणिया की सूचना पर उसकी गिरफ्तारी के लिए दबिश देने पहुंची थी। इसी दौरान बदमाशों ने पुलिस को घेर लिया और पथराव कर फायरिंग करना शुरू कर दिया। किसी तरह पुलिसकर्मी अपनी जान बचा कर भागे लेकिन इसी दौरान चोटिल होने से थानाधिकारी उत्तम सिंह, कांस्टेबल मनोज सहित 6 पुलिसकर्मी घायल हो गए।
घटना की पुष्टि पुलिस अधीक्षक विकास शर्मा ने करते हुए बताया कि कुख्यात हिस्ट्रीशीटर रणिया और उसके साथियों के मांडवा क्षेत्र में छुपे होने की जानकारी मिलने पर पुलिस बल भेजा गया था। इसी दौरान यह घटना हो गई। घायल पुलिसकर्मियों की स्थिति ठीक है। रणिया एवं उसके साथियों के खिलाफ पुलिस पर जानलेवा हमला तथा राजकार्य में बाधा का मामला दर्ज किया है।
4. जयपुर पुलिस मुख्यालय तक बड़ी खबर सामने आ रही है. कल उदयपुर मांडवा में पुलिस पर हुए हमले के बाद से ही पुलिस महकमा हरकत में आ गया है. राजस्थान के संगम कहे जाने वाले एडीजी क्राइम दिनेश है मैंने नए आदेश जारी किए हैं जिनमें बड़ी पुलिस रेड मैं एएसपी स्तर का अधिकारी होगा. जिलेवाइज छापेमारी में प्रभारी अधिकारी, पुलिस निरीक्षक होगा. तमाम पुलिस कमिश्नर, रेंज आईजी, जिला एसपी को आदेश जारी कर दिया गया है.
रेड मारने वाली प्रत्येक टीम में 3 सब इंस्पेक्टर 3 एएसआई, 3 हैड कांस्टेबल और 8 कांस्टेबल शामिल किए जाएंगे. ADG क्राइम दिनेश एमएन ने सख्त रवैया अपनाते हुए स्पष्ट कर दिया है कि अपराधियों को हर कीमत पर नेस्तनाबूद किया जाएगा। सरकार ने उन्हें फ्री हैंड दे रखा है और अब मुजरिमों को बख्शा नहीं जाएगा. पुलिस को डरने की जरूरत नहीं है बल्कि हिम्मत से काम लेने की जरूरत है साथ ही अपनी सुरक्षा का भी ध्यान रखना है तभी हम आमजन में विश्वास और अपराधियों में भय का माहौल पैदा कर सकेंगे.
5. राजस्थान में इन दिनों में महंगाई राहत शिविरों का बोलबाला है. सीकर जिले में आयोजित महंगाई राहत कैम्पों को लेकर आमजन में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है. जिले में गुरूवार को महंगाई राहत कैम्पों में हुए 90058 परिवार लाभान्वित हुए. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की पहल पर आमजन को महंगाई से राहत देने के लिए आयोजित किए जा रहे महंगाई राहत कैम्पों को लेकर लोगों में भारी उत्साह है। जिला कलेक्टर डॉ. अमित यादव ने बताया कि जिले में गुरुवार को आयोजित 67 ग्रामीण व 36 नगरीय कैंपों में 90058 परिवार लाभान्वित हुए है जिनमें ग्रामीण में 52895 तथा नगरीय क्षेत्र में 37163 परिवार शामिल है।
उन्होंने बताया कि महंगाई राहत कैम्पों के अन्र्तगत ग्रामीण व नगरीय क्षेत्रों में कुल 396876 गांरटी कार्ड वितरित किए है।
जिला कलेक्टर डॉ. यादव ने बताया कि कि लार्भाथियों द्वारा इन्दिरा गांधी गैस सिलेण्डर सब्सिडी योजना में 31205, मुख्यमंत्री निःशुल्क बिजली योजना में 70643, मुख्यमंत्री निःशुल्क कृषि बिजली योजना में¬ 6396, मुख्यमंत्री निःशुल्क अन्नर्पूणा फूड पैकेट योजना में 64356, मुख्यमंत्री ग्रामीण रोजगार गारण्टी योजना में 8133, इन्दिरा गांधी शहरी रोजगार गारंटी योजना में 3865, सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना में 32353, मुख्यमंत्री कामधेनु बीमा योजना में 26565, मुख्यमंत्री चिरंजीवी दुर्घटना बीमा योजना में 76680 एवं मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना में 76680 पंजीकरण करवाए गए।
परिवार का कोई भी सदस्य इन 10 योजनाओं के लिए मंहगाई राहत कैंप में रजिस्ट्रेशन करवा सकता है।
6. राजस्थान लोक सेवा आयोग द्वारा वरिष्ठ शारीरिक शिक्षा अध्यापक (माध्यमिक शिक्षा विभाग) परीक्षा-2022 के प्रवेश-पत्र आयोग की वेबसाइट एवं एसएसओ पोर्टल पर अपलोड कर दिए गए हैे। परीक्षा का आयोजन अजमेर एवं जयपुर जिला मुख्यालय पर 30 अप्रेल 2023 को दो पारियों में प्रातः 10 से 12.00 बजे एवं दोपहर 2 से 4 बजे तक किया जाएगा। आयोग सचिव श्री एचएल अटल ने कहा कि अभ्यर्थी यथाशीघ्र समयान्तर्गत प्रवेश-पत्र डाउनलोड कर लेवें।
प्रवेश-पत्र आयोग की वेबसाइट पर उपलब्ध एडमिट कार्ड लिंक के माध्यम से आवेदन-पत्र क्रमांक व जन्म दिनांक प्रविष्ठ कर डाउनलोड किए जा सकते हैं। इसके अतिरिक्त एसएसओ पोर्टल पर लॉगिन कर सिटीजन ऐप्स में उपलब्ध रिक्रूटमेंट पोर्टल लिंक से भी प्रवेश-पत्रों को डाउनलोड किया जा सकता है। अभ्यर्थी प्रवेश पत्र के साथ जारी आवश्यक अनुदेशों का अवलोकन अवश्य कर लेवें। अटल ने बताया कि आयोग द्वारा जारी निर्देशानुसार परीक्षा केंद्रों पर परीक्षार्थियों को परीक्षा प्रारंभ होने के नियत समय से 60 मिनट पूर्व तक ही प्रवेश दिया जाएगा।
इसके पश्चात किसी भी अभ्यर्थी को परीक्षा केंद्र में प्रवेश नहीं दिया जा सकेगा। अभ्यर्थियों को सुरक्षा जांच एवं पहचान के बाद ही परीक्षा केंद्रों में प्रवेश दिया जाएगा। इसके लिए अभ्यर्थियों को पर्याप्त समय पूर्व ही परीक्षा केंद्रों पर उपस्थित होना होगा। देरी से आने पर तलाशी में समय लगने के कारण परीक्षा में शामिल होने से वंचित हो सकते हैं।
अभ्यर्थियों को पहचान के लिए परीक्षा केंद्र पर प्राथमिकता से मूल आधार कार्ड (रंगीन प्रिंट) लेकर उपस्थित होना होगा। मूल आधार कार्ड (रंगीन प्रिंट) नहीं होने की स्थिति में विशेष परिस्थितियों में ही अन्य मूल फोटो युक्त पहचान-पत्र यथा मतदाता पहचान-पत्र, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस आदि के आधार पर प्रवेश अनुमत किया जा सकता है। मूल फोटो युक्त पहचान-पत्र के अभाव में परीक्षा केंद्र में किसी भी परिस्थिति में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। परीक्षा में सम्मिलित होने वाले सभी अभ्यर्थियों को राज्य एवं केंद्र सरकार द्वारा जारी कोरोना गाइडलाइन की पूर्णतः पालना करनी होगी।
7. धौलपुर जिला मुख्यालय पर कांग्रेस के खिलाफ जनाक्रोश महा घेराव को लेकर पहुंचे क्षेत्रीय सांसद डॉ. मनोज राजोरिया ने बीजेपी कार्यालय पर प्रेस वार्ता कर प्रदेश की अशोक गहलोत सरकार पर जुबानी हमला बोला है।सांसद डॉ. मनोज राजोरिया ने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लागू की गई आयुष्मान योजना का नाम बदलकर राजस्थान सरकार ने चिरंजीवी योजना रखा है। राजस्थान सरकार जनता को बेबसी की ओर धकेलने का काम कर रही है। उन्होंने कहा राजस्थान की तुष्टीकरण एवं हिंदू विरोधी नीति के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी खड़ी है। हिंदू समाज के धार्मिक उत्सवों पर राजस्थान सरकार धारा 144 लगाकर प्रतिबंधित कर रही है। उन्होंने कहा भारतीय जनता पार्टी सभी धर्मों का सम्मान करती है। उन्होंने कहा कांग्रेस सरकार धर्म विशेष के खिलाफ काम कर रही है, जिसका पुरजोर विरोध भारतीय जनता पार्टी का कार्यकर्ता करता रहेगा।
8. झुंझुनूं जिले के खेतड़ी कस्बे में पेयजल की सप्लाई सुचारु रूप से नहीं होने से कस्बे में पेयजल का संकट गहराने लगा है। कस्बे में पांच दिन में एक बार पेयजल की सप्लाई की जाती है, लेकिन वह भी गंदा और बदबूदार आ रहा है। ऐसे में कस्बे वासियों के सामने बड़ी समस्या खड़ी हो गई है। गर्मी के मौसम में पेयजल सप्लाई नहीं होने से परेशान वार्ड नंबर 14 के वार्ड वासियों ने विरोध प्रदर्शन किया व प्रशासन के समक्ष पेयजल संकट दूर करने की मांग रखी।ग्रामीणों ने बताया कि यदि जल्द ही जलदाय विभाग की ओर से नियमित रूप से पेयजल सप्लाई नहीं की गई तो ग्रामीणों की ओर से उपखंड कार्यालय के सामने विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। जलदाय विभाग के एक्सईएन विक्रम सिंह ने बताया कि इस मामले की जानकारी मिली है, जल्द ही कर्मचारियों को मौके पर भेजकर पेयजल सप्लाई दुरुस्त करवाई जाएगी।
9. अजमेर की क्रिश्चियन गंज थाना पुलिस ने प्रतिबंधित इलेक्ट्रिक सिगरेट का परिवहन करते दो युवकों को गिरफ्तार किया है। जिनके कब्जे से 40 इलेक्ट्रिक सिगरेट और वाहन जब्त किए गए है। दोनों आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने धारा 4/7 अध्यादेश 2019 के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। इस कार्रवाई में कॉन्स्टेबल करतार सिंह का विशेष योगदान रहा।क्रिश्चियन गंज थाना प्रभारी करण सिंह खंगारोत ने बताया कि अजमेर एसपी चुनाराम जाट के द्वारा शहर में प्रतिबंधित इलेक्ट्रिक सिगरेट के परिवहन व बिक्री पर अंकुश लगाने और अपराधियों के विरुद्ध प्रभावी कार्रवाई के लिए दिशा निर्देश दिए गए हैं। जिला पुलिस अधीक्षक के निर्देशों पर थाने पर एक टीम का गठन किया गया और कार्रवाई के निर्देश दिए गए।
10. पश्चिमी विक्षोभ के कारण मार्च की तरह अप्रेल में भी गर्मी का एहसास नहीं हो पाया है। अगले दो दिनों तक बारिश और ओले के कारण मौसम सुहाना बने रहने की संभावना है। शुक्रवार से पूरे प्रदेश में हल्की बारिश और बूंदाबांदी का माहौल है। कई जगह तेज हवाएं चलने के कारण धूलभरी आंधी भी चलेगी। मई के पहले सप्ताह में भी मौसम ठंडक भरा रहेगा। इसके बाद ही मौसम में परिवर्तन होगा।मौसम विभाग के जयपुर केंद्र ने बताया है कि जैसलमेर, जोधपुर, नागौर, उदयपुर, प्रतापगढ़, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, सीकर, झुञ्झुनु, जयपुर, दौसा, अलवर, भरतपुर, धौलपुर, सवाई माधोपुर, बूंदी, कोटा, बारां, झालावाड़ जिलों और आसपास के क्षेत्रों मे कहीं-कहीं पर मेघगर्जन,आकाशीय बिजली ,हल्की वर्षा और 30 से 40 किलोमीटर की गति से हवाएं चलेंगी।
11. जनसंख्या समाधान फाउंडेशन की ओर से कल एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की गई जिसमें जनसंख्या वृद्धि से निपटने के उपायों पर चर्चा की गई. फाउंडेशन के प्रदेश संरक्षक ज्ञानदेव आहूजा ने कहा कि लगातार जनसंख्या वृद्धि से लगातार बेरोजगारों को रोजगार नहीं मिलेगा। परिवहन के साधनों में जगह नहीं मिलेगी। मूलभूत सुविधाओं के लिए परेशान होना पड़ेगा। संगठन की ओर से बीते आठ साल से यह मुहिम चलाई जा रही है। हर तहसील स्तर पर लोगों को जागरूक किया जा रहा है। हम दो हमारे दो बच्चे का कानून लागू हो। असम, यूपी में दो बच्चों का कानून बना है।
भारत अब विश्व की बढ़ती आबादी के मामले में शीर्ष पर है विश्व की लगभग 17.7% जनसंख्या भारत में निवास करती है भारत का भूभाग विश्व के कुल भूभाग का लगभग 2•4% है जिसका उपयोग सब भारतीयों के लिए समान रूप से होना चाहिए,धार्मिक कट्टरता के कारण षड्यंत्र पूर्वक असीमित रूप से बढ़ती हुई जनसंख्या से सामाजिक, आर्थिक, प्रदूषण, स्वास्थ्य, आवास एवं भोजन से संबंधित समस्याएं तेजी से बढ़ेंगी।
चिंता का विषय यह भी है कि कई राज्यों में एक पंथ विशेष की जनसंख्या तेजी से बढ़ रही है, भारत एक लोकतांत्रिक देश होने के कारण यहां पर हर कानून हेडकाउंट को देखते हुए बनाया जाता है चाहे देश किसी भी गंभीर समस्या में आ जाए। इसके अलावा जिस प्रकार से राज्य सरकारें देश में आमजन के लिए प्रतिदिन की आवश्यकता की वस्तुओं जो सीमित मात्रा में उपलब्ध है जैसे खाद्यान्न,आवास, बिजली, पानी जिन पर सबका समान अधिकार है जिसको अपने वोट बैंक के लिए मुफ्त की रेवड़ी समझकर बिना जिम्मेदारी के बाटें जा रही हैं जिसके कारण देश और राज्य पर बड़ा भार बढता जा रहा है और इसके कारण देश का जिम्मेदार वर्ग उन आवश्यक सुविधाओं से दूर होता जा रहा है।
बैराठी ने कहा कि भारत अब विश्व की बढ़ती आबादी के मामले में शीर्ष पर है विश्व की लगभग 17.7 प्रतिशत जनसंख्या भारत में निवासरत है। कई राज्यों में एक पंथ विशेष की जनसंख्या तेजी से बढ़ रही है। असीमित जनसंख्या धार्मिक कट्टरता के कारण बढ़ती रही तो आने वाले समय में गृह युद्ध जैसी समस्या कुछ राज्यों में आ सकती है। कश्मीर,केरल, आसाम, पश्चिम बंगाल सभी के सामने उदाहरण है। जनसंख्या समाधान फाउंडेशन ने मांग की देश व राज्यों में प्रभावी कानून बनाएं। दो से अधिक बच्चे पैदा करने के नियम का उल्लंघन करने पर नौकरी, वोट के अधिकार, चुनाव लड़ने के अधिकार एवं अन्य सरकारी सुविधाओं से वंचित रखा जाए। प्रदेश संगठन मंत्री अटल खंडेलवाल, मुकेश भारद्वाज, जयपुर जिला संयोजक शैलेश शाह ने चर्चा में भाग लिया।
12. इन दिनों राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत महंगाई राहत कैंप को लेकर व्यस्त है, वहीं दूसरी ओर उनकी पत्नी सुनीता गहलोत ने यूट्यूब पर अपना नया गीत रिलीज किया है। सुनीता गहलोत ने अपने यूट्यूब चैनल पर राम जानकी विवाह गीत ‘रघुवर ब्याह लाये जानकी… जो पालकी बागअन में पहुंची फलों से भर गई पालकी’ गुरुवार को रिलीज किया।इस गीत को इन्होंने यूट्यूब पर विवाह के शुभ अवसर पर गाए जाने वाले लोक गीत का कैप्शन दिया है।इस गीत की सिंगर खुद सुनीता गहलोत है। गीत का निर्देशन अनुपमा गोयल ने और म्यूजिक कम्पोजर आरपी सोनी ने किया है। गाने की शुरुआत में लिखा है कि विवाह के अवसर पर मेरी मां इन्हीं गीतों को माधुर्य व उत्साह के साथ गाती थी। यह गीत मां को समर्पित किया है।इससे पहले इनका बन्ना-बन्नी लोक गीत ‘तेरा लहर लहर जिया होये…ओ बन्नी जयमाला गले में डाल दे’ फरवरी में रिलीज हुआ था।सुनीता के इससे पहले यूट्यूब पर ‘काले बादल से नीर बरसता है बन्नी तेरे लिए बन्ना तरसता है’, ‘आजा मेरी बन्नो तुझे मैं खूब सजाऊं कौनसे बन्ने से तेरा ब्याह रचाऊं’, ‘ये शुभ घडिय़ा अमूल्य बन्ने’ लोक गीत रिलीज हो चुके हैं। जो लोगों को यूट्यूब पर खूब पसंद आ रहा है।
13. प्रशासन शहरों के संग अभियान में भूखंडधारियों को समय पर पट्टा पर आसानी से पट्टा मिल सके. इसको लेकर जल्द ही राज्य सरकार की ओर से आदेश जारी किए जाएंगे. इस बारे में सरकार के आला अधिकारियों में सैद्धांतिक सहमति बन चुकी है.
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती पर 2 अक्टूबर 2021 से शुरू किए गए प्रशासन शहरों के संग अभियान का नया चरण 24 अप्रैल से शुरू किया गया है. इसमें 30 जून तक वार्ड वाइज शिविर निकायों की ओर से लगाए जा रहे हैं. इन शिविरों में आम आदमी को उसकी जमीन का पट्टा समय पर मिल सके,उसे किसी तरह की परेशानी नहीं हो. इसको लेकर राज्य सरकार की ओर से लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. इसके बावजूद कई निकायों में लोगों को पट्टा लेने के लिए चक्कर काटने पड़ रहे हैं. आपको सबसे पहले बताते हैं कि पट्टा देने को लेकर मौजूदा स्थिति क्या है? प्रशासन शहरों के संग अभियान में अब तक सवा सात लाख से अधिक पट्टे जारी किए जा चुके हैं.
अभियान में शिविर लगाने का उद्देश्य यही है कि आवेदक को तुरंत पट्टा जारी किया जाए.
14. चेन्नई सुपरकिंग्स के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने इंडियन प्रीमियर लीग में गुरुवार को यहां राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ 32 रन की हार के बाद कहा कि उनकी टीम ने विरोधी टीम को प्रतिस्पर्धी स्कोर से अधिक रन बनाने दिए.
रॉयल्स के 203 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए सुपरकिंग्स की टीम जंपा (22 रन पर तीन विकेट) और अश्विन (35 रन पर दो विकेट) की फिरकी के सामने शिवम दुबे (33 गेंद में 52 रन, दो चौके, चार छक्के) के अर्धशतक और रुतुराज गायकवाड़ (47) की उम्दा पारी के बावजूद छह विकेट पर 170 रन ही बना सकी.धोनी ने मैच के बाद कहा कि उन्होंने प्रतिस्पर्धी स्कोर से अधिक रन बनाए. हमने शुरुआती छह ओवर में उन्हें बहुत अधिक रन बनाने दिए. वहीं, तब विकेट बल्लेबाजी के लिए शानदार थी. गेंदबाजों ने बीच के ओवरों में अच्छी गेंदबाजी की लेकिन बल्ले का किनारा लेकर कई बाउंड्री लगी, कम से कम पांच या छह बार ऐसा हुआ और इसका असर पड़ा.
15. पिछले कुछ दिनों से सुर्खियों से गायब रहने वाले कांग्रेस के शहजादे लौट आए हैं. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बृहस्पतिवार को कहा कि कर्नाटक में उनकी पार्टी की सरकार बनने पर मछुआरा समुदाय को 10 लाख रुपये का बीमा, महिला मछुआरों को एक लाख रुपये का ब्याजमुक्त कर्ज और प्रतिदिन 500 लीटर तक के डीजल पर 25 रुपये प्रति लीटर की सब्सिडी दी जाएगी. उन्होंने कर्नाटक के उडुपी जिले में मछुआरा समुदाय के लोगों के साथ संवाद के दौरान आरोप लगाया कि भ्रष्टाचार और महंगाई के कारण मछुआरों को परेशानी हो रही है तथा उनके लिए बैंक से कर्ज ले पाना मुश्किल हो गया है.
राहुल गांधी ने कहा कि मछलियों की संख्या कम हो रही है, लागत बढ़ने से मछलियों की कीमत बढ़ रही है. इसलिए हम आप लोगों की मदद करना चाहते हैं. उन्होंने एलान किया कि कांग्रेस की सरकार बनने पर मछुआरों को 10 लाख रुपये का बीमा, महिला मछुआरों को एक लाख रुपये का ब्याजमुक्त कर्ज और प्रतिदिन 500 लीटर तक के डीजल पर 25 रुपये प्रति लीटर की सब्सिडी दी जाएगी. राहुल गांधी ने कहा कि सरकार बनने के पहले दिन से ही वादों को पूरा करने का काम शुरू हो जाएगा.
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस द्वारा घोषित चुनावी ‘गारंटी’ में कहा गया है कि ‘गृह ज्योति’ योजना के तहत हर महीने 200 यूनिट मुफ्त बिजली, ‘गृह लक्ष्मी’ योजना के तहत परिवार की प्रत्येक प्रमुख महिला को 2,000 रुपये प्रति माह, ‘अन्न भाग्य’ योजना के तहत बीपीएल परिवार के प्रत्येक सदस्य को हर महीने 10 किलोग्राम चावल की पेशकश की जाएगी. इसके अलावा ‘युवानिधि’ के तहत बेरोजगार स्नातकों को प्रति माह 3,000 रुपये तथा डिप्लोमा धारकों को दो साल के लिए 1,500 रुपये प्रति माह दिए जाएंगे.
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि यह विधानसभा चुनाव दो विचारधाराओं के बीच की लड़ाई है. राहुल गांधी के अनुसार, कांग्रेस की सरकार गरीबों और कमजोर तबकों के लिए काम करेगी. उन्होंने कहा कि कर्नाटक की मौजूदा सरकार आप लोगों द्वारा निर्वाचित नहीं है, बल्कि भाजपा ने धनबल का उपयोग करके इसे खरीदा है. इस सच्चाई के बारे में कर्नाटक में सभी लोग जानते हैं. राहुल गांधी ने दावा किया कि अब तो भाजपा के विधायक कह रहे हैं कि मुख्यमंत्री का पद 2500 करोड़ रुपये में बिकता है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस यह सुनिश्चित करेगी कि जनता का पैसा लोगों तक पहुंचे.
16. मेडिकल क्षेत्र में करियर बनाने का सपना देख रहे छात्रों के लिए राहत की खबर है। केंद्र सरकार ने देश में खुलने वाले 157 में से 23 बीएससी नर्सिंग कॉलेज राज्य में खोलने की मंजूरी दे दी है। हर कॉलेज में 100-100 सीटों के साथ ही दस-दस करोड़ रुपए का बजट मिलेगा।अस्पतालों में नर्सेज की बढ़ती मांग और क्वालिटी युक्त शिक्षा, इलाज के लिए केंद्र सरकार ने पहले से संचालित मेडिकल कॉलेजों में 157 बीएससी नर्सिंग कॉलेज खोलने की योजना बनाई है। इसके लिए 1,570 करोड़ रुपए का बजट दिया है।देश में 1,18,000 बी.एससी नर्सिंग सीट हैं। 40 फीसदी नर्सिंग कॉलेज दक्षिण भारत के चार राज्यों में हैं। मौजूदा स्थिति में बिहार में सिर्फ 2 सरकारी नर्सिंग कॉलेज हैं, जो नर्सिंग की डिग्री दे रहे हैं। झारखंड में तो सिर्फ एक सरकारी नर्सिंग कॉलेज है, जो बीएससी नर्सिंग की डिग्री देता है। यूपी में यह संख्या दस है।आईएनसी, नई दिल्ली के अनुसार हर कॉलेज में प्राचार्य, उपप्राचार्य, प्रोफेसर, एसोसिएट, असिस्टेंट प्रोफेसर, नर्सिंग ट्यूटर के हिसाब से 46 पद होने चाहिए यानी 23 कॉलेजों में 1058 योग्य अभ्यर्थियों को सरकारी नौकरी आसानी से मिल सकेगी।
17. दूध, मावा, पनीर के बाद अब सब्जियों से भी सेहत बिगड़ने का खतरा है। क्योंकि, मंडियों में बिक रहीं फूल व पता गोभी, हरी मिर्च और आलू में कैडमियम व लेड मिले हैं। ये किडनी और लिवर के लिए घातक होते हैं।ये खुलासा हुआ है फूड सेफ्टी एंड ड्रग कंट्रोल द्वारा कराई गई सैंपलिंग से। इसके लिए जयपुर की मुहाना मंडी, अंबाबाड़ी, लाल कोठी मंडियों से सब्जियों के नमूने लिए गए थे। फूड एंड ड्रग सेफ्टी कमिश्नर पुखराज सैन ने बताया कि फूड लैब की जांच में पालक, टिंडा, पत्ता गोभी, हरी मिर्च, बैंगन, मूली, आलू और गाजर में घातक केमिकल मिले। बता दें, सब्जियों की जांच में मिले लेड से खून की कमी, किडनी-लिवर पर असर पड़ता है। इसी तरह कैडमियम से फेफड़ों व घुटनों के साथ ही हड्डियों में विकार आने की संभावना रहती है।फल-सब्जियों में हैवी मेटल व पेस्टीसाइड की जांच तो सकती है, लेकिन गड़बड़ी पकड़े जाने पर किसी पर कार्रवाई नहीं हो सकती। क्योंकि, फूड सेफ्टी एक्ट में फल-सब्जियां प्राइमरी फूड श्रेणी में हैं, यानी ये प्राकृतिक रूप से उगते हैं, मानव निर्मित नहीं हैं।
एक्ट के प्रावधानों के अनुसार फल-सब्जियों के एक से अधिक नमूने भी नहीं लिए जा सकते। विशेषज्ञों के अनुसार फल-सब्जियां उत्पादक नहीं व्यापारी बेचते हैं। यहां तक आने में वे कई लोगों के पास से गुजरती हैं, ऐसे में मुख्य दोषी तक पहुंचना भी मुश्किल होता है।
आरयूएचएस कुलपति डॉ. सुधीर भंडारी का कहना है कि फल-सब्जियां अच्छी तरह धोकर ही खाएं। गोभी, बैंगन गरम पानी से धोएं। चटक, हरी, पीली और लाल सब्जियां न खरीदें। लौकी, कद्दू, हरी मिर्च, भिंडी, टमाटर छोटे साइज के खरीदें।
*देश और दुनिया की तमाम बड़ी अहम ख़बरें देखने के लिए बने रहिये हमारे साथ*
*ख़बरों का त्यौहार, हम है शुभ 24 परिवार*
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*इरफ़ान अली*
सामग्री लेखक (कंटेंट राइटर)
शुभ 24 न्यूज़ चैनल, जयपुर
*कंफर्म टिकट कैंसिल करने पर लगता है कितना चार्ज?*
भारतीय रेल से हर रोज बड़ी संख्या में लोग यात्रा करते हैं, इसलिए जरूरी है कि यात्रियों को रेलवे के नियमों की जानकारी हो. कई बार ऐसा होता है कि नियमों की जानकारी के अभाव में यात्रियों को नुकसान उठाना पड़ता है. आज हम आपको रेलवे के ऐसे ही एक नियम के बारे में बता रहे हैं. रेलवे में यात्रा के लिए टिकट बुकिंग बेहद जरूरी है. हम अक्सर यात्रा से पहले एडवांस में टिकट बुक करा लेते हैं, लेकिन कई कारणों से हमें यात्रा कैंसल करनी पड़ती है. टिकट कैंसिल से जुड़े कई नियम होते हैं. इन नियमों की जानकारी यात्रियों को होना बेहद जरूरी है.
आपको पता होना चाहिए कि टिकट कैंसिल करने पर आपको कितना कैंसिलेशन चार्ज देना पड़ता है. अगर आप को इन नियमों का पता होगा तो आपको टिकट कैंसिल कराने पर रिफंड मिलेगा और आप नुकसान से बच सकेंगे. आइए जानते हैं इन नियमों के बारे में
ट्रेन के डिपार्चर टाइम से 48 घंटे पहले जनरल क्लास (2S) में 60 रुपये प्रति यात्री कैंसिलेशन चार्ज देना होगा. वहीं, स्लीपर क्लास में 120 रुपये की कटौती होगी. जबकि एसी चेयर कार और थर्ड एसी में 180 रुपये का चार्ज काटा जाएगा. सेकंड एसी में 200 रुपये, फर्स्ट एसी और एग्जीक्यूटिव क्लास में 240 रुपये की कटौती की जाएगी. साथ ही इस पर जीएसटी भी लगेगा.
अगर आप डिपार्चर टाइम से 12 घंटे पहले टिकट कैंसिल कराते हैं तो टिकट की धनराशि की 25 प्रतिशत कटौती की जाती है. वहीं, ट्रेन के डिपार्चर टाइम से 4 घंटे के पहले और 12 घंटे के बीच में अगर आप टिकट कैंसिल कराते हैं तो आपके टिकट का आधा पैसा कट जाता है. लेकिन, अगर आप ट्रेन के शेड्यूल डिपार्चर टाइम से 4 घंटे पहले तक टिकट कैंसिल नहीं करा पाए. तो इसके बाद आपको रिफंड का एक भी पैसा वापस नहीं मिलेगा.
कई बार ऐसा होता है कि चार्ट बनने के बाद भी आपका टिकट RAC और वेटिंग लिस्ट में रहता है. ऐसे में अगर आप टिकट कैंसिल करते हैं तो ट्रेन के शेड्यूल्ड डिपार्चर टाइम से 30 मिनट पहले अपना टिकट कैंसिल कराते हैं तो स्लीपर क्लास में 60 रुपये कैंसिलेशन चार्ज लगेगा. जबकि एसी क्लास में 65 रुपये की कटौती होगी और बाकी की धनराशि आपको वापस मिल जाएगी.
*फिल्मी अंदाज में हुआ माफिया का सफाया*
*माफिया डॉन अतीक का ऑन कैमरा खात्मा*
*कुत्ते की मौत मारा गया यूपी का बाहुबली*
70 के दशक की हिंदी फिल्मों में नजर आने वाले माफिया डॉन की तरह किसी ज़माने में उत्तर प्रदेश में अपनी दहशत की धाक जमाने वाले बाहुबली अतीक अहमद का बड़ा ही दर्दनाक अंजाम हुआ है
माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ का अंत फिल्मी अंदाज में होगा ऐसा किसने सोचा होगा। सांसद, चार बार विधायक रहे माफिया अतीक पर 44 साल पहले पहला मुकदमा दर्ज हुआ था। तब से अब तक उसके ऊपर सौ से अधिक मामले दर्ज हुए, लेकिन पहली बार उमेश पाल अपहरण कांड में उसे दोषी ठहराया गया।
उमेश पाल हत्याकांड के बाद अतीक अहमद के सबसे बुरे दिनों की शुरुआत हो गई थी। अतीक ने क्राइम के दम पर अपनी पहचान बनाई। फिर उसी पहचान के बलबूते राजनीति में एंट्री ली। 28 साल की उम्र में विधायक बना तो ताकत दोगुनी हो गई। जो भी सामने आया वो मारा गया। हर हाई प्रोफाइल हत्याकांड में नाम अतीक का आया।
हाल ही में अपने बेटे को खोने के बाद अतीक बुरी तरह टूट गया था। अदालत तक जाने से पहले हुआ अतीक का यह खौफनाक खात्मा उन तमाम भविष्य के गुंडे बदमाशों और माफियाओं के लिए इक दर्दनाक इब्रत साबित होगा।
मसअला यह नहीं है के किस तरह इतने दिन पुलिस कस्टडी में रहने के बाद भी एक माफिया दिनदहाड़े कुत्ते की मौत मारा गया बल्कि मसअला यह है कि जो उसने अब तक बोया है वहीं उसने काटा है। अब कोई भी इंसान जुर्म के रास्ते पर चलने से पहले सौ बार सोचेगा।
बतौर मीडियाकर्मी हम भी यही आशा करते हैं कि इस भयानक अंजाम को देखने के बाद जुर्म के दलदल में धसने से लाखों लोग बच जाएंगे। माफिया डॉन अतीक का बेटा पहले ही जा चुका है आखिरकार अतीक की फाइल भी क्लोज हो गई है।
*इरफ़ान अली (7737713079)*
सामग्री लेखक (कंटेंट राइटर)
शुभ 24 न्यूज़ चैनल, जयपुर
*राजस्थान पुलिस*
पुलिस विभाग से नागरिकों की यही आस
अपराधियोँ में डर, आमजन में विश्वास
राजपूताना की आन-बान, रखे सदा सबका मान
रण हो या कृषि विज्ञान, बढ़ाई हमेशा हिंद की शान
पन्ना-मीरा की धरती ये, बलिदान से मांग भरती है
रणबाँकुरों की जननी ये, वीर रस स्वांग रचती है
वैसे तो इस दुनिया में स्कॉटलैंड, दुबई और मुंबई पुलिस मशहूर है
लेकिन बात राजस्थान की हो तो राजस्थान पुलिस हमारा गुरूर है
गुंडे, बदमाशों और मुजरिमों के लिए जिसकी छवि जानलेवा है
राजस्थान पुलिस भारत के राजस्थान राज्य की नागरिक सेवा है
स्थापना दिवस जिसका हर वर्ष 16 अप्रैल को मनाया जाता है
जयपुर स्थित पुलिस हेडक्वार्टर को खूब सजाया जाता है
हमारी रक्षा की खातिर पुलिसवाले रात-दिन जागते हैं
पीसीआर के आते ही बदमाश डर के भागते हैं
कोरोनाकाल में जिन्होंने अपनी जान की परवाह तक नहीं की
और अपने परिवार के लिए ज़रूरत पड़ने पर छुट्टी तक नहीं ली
फ़र्ज़ और ड्यूटी के आगे इन्हें कुछ नहीं दिखता है
पुलिसवाला तो खून से अपना मुक़द्दर लिखता है
चाक चौबंद चुनाव में रहते हैं, हर वक़्त तनाव में रहते हैं
पुलिसवाले तो ज़िन्दगीभर, राजनीतिक दबाव में रहते हैं
इनकी रौबदार छवि के कारण जनता इनसे दूर भागती है
ज्योंही मुल्जिम मरा, ह्यूमन राइट्स वाले सवाल दागती है
पुलिस डिपार्टमेंट से आवाम की यही आस
अपराधियोँ में डर, आमजन में विश्वास ।
*इरफ़ान अली (7737713079)*
*सामग्री लेखक (कंटेंट राइटर)*
*बिजयनगर, अजमेर*
सरपंच ने पेश की सांप्रदायिक सद्भावना की मिसाल
इफ्तार पार्टी में जिंदा हुई गंगा जमुनी तहजीब
रमजान का पाकीजा महीना चल रहा है
पूरी दुनिया में मुस्लिम भाई बहन भूखे प्यासे रहकर अल्लाह की इबादत कर रहे हैं
साथ ही अपनी इंद्रियों पर भी काबू पाना सीख रहे हैं
इस पवित्र महीने में आयोजित होने वाले इफ्तार स्नेह मिलन समारोह न केवल सामाजिक सद्भावना को प्रोत्साहित करते हैं बल्कि हमारी बरसों पुरानी परंपरा को भी जीवित रखते हैं
मौजूदा दौर में दम तोड़ते सांप्रदायिक सौहार्द्र को बचाए रखने के लिए इस तरह के आयोजन बेहद जरूरी है
इसी उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए अजमेर जिले की मसूदा पंचायत समिति की आदर्श ग्राम पंचायत लोडीयाना के सरपंच सांवरलाल पुरोहित ने हिंदुस्तान की बरसों पुरानी गंगा जमुनी तहजीब को जिंदा रखते हुए 21वे रमजान के अवसर पर मस्जिद में अपनी तरफ से रमजान स्नेह मिलन समारोह आयोजित करवाया
जिसमें रोजेदारों के लिए जायकेदार और लजीज दावत का एहतिमाम किया गया
इस अवसर पर गांव के सभी गणमान्य मुस्लिम बंधुओं ने सरपंच साहब का इस्तकबाल करते हुए आभार व्यक्त किया
गौरतलब है कि लोडीयाना सरपंच महोदय लगातार अपने क्षेत्र में विकास कार्यों की गंगा बहा रहे हैं
इस साल ग्राम पंचायत लोडीयाना द्वारा नवीन कब्रिस्तान में ब्लॉक रोड का निर्माण करवाया गया
साथ ही ईदगाह में ब्लॉक रोड एवं कब्रिस्तान में चारदीवारी का निर्माण कार्य प्रगति पर है
शुभ 24 न्यूज़ चैनल लोडीयाना सरपंच साहब की ऐसी जनकल्याणकारी और सांप्रदायिक सौहार्द्र वाली सोच को सलाम करता है.
इरफ़ान अली (7737713079)
सामग्री लेखक (कंटेंट राइटर)
शुभ 24 न्यूज़ चैनल, जयपुर
हम से ज़रा संभलकर रहना हम चलते हैं अकड़ के
बोरिंग बाॅय्ज नहीं बल्कि डेशिंग डूड होते हैं लड़के
लड़कियों पे मरते हैं, लड़कियों से डरते हैं
लड़कपन में वादे कई लड़कियों से करते हैं
हम से ज़रा दूर ही रहना, हम राही हैं लहर के
सड़ू अकड़ू नहीं बल्कि, कूल डूड होते हैं लड़के
चाहे हमें कोई जंगली कहे, चाहे लड़कियाँ मवाली कहे
हम फिर भी उन्हें ताड़ते हैं, चाहे माँ की वो गालियाँ दे
हम से ज़रा अदब से रहना, हम शहज़ादे हैं दिल के
अश्लील और गंदे नहीं बल्कि, क्रेज़ी बंदे होते हैं लड़के
जब दो लड़के मिलते हैं, तो तीसरे की तारीफ़ करते हैं
शादी बर्थडे पार्टी कुछ भी हो, जी फड़ के डांस करते हैं
हम पे ज़रा ग़ौर फ़रमाना कुड़ियों, हम हैं शेर ग़ालिब के
तारीफ़ के भूखे नहीं बल्कि तारीफ़ तो खुद करते हैं लड़के
यारों की बारात में खुलकर नागिन डांस करते हैं
थड़ी है साड्डा परमानेंट अड्डा, थड़ी पे ही मिलते हैं
हम से ज़रा बचकर रहना, हम थपेड़े हैं साहिल के
लुच्चे लफंगे नहीं बल्कि, दिल के चंगे होते हैं लड़के।
Dedicated to All Bhabhi
भाभी की नाभि पे जब अपने लब रखता हूँ
शबनम की बूंदों पर लगा स्वाद मैं चखता हूँ
सिसकियां भरती है वो फिर धीरे धीरे
मोम सी पिघलती है वो फिर धीरे धीरे
धीरे धीरे शर्म की सलवार सरकती जाती है
आतिश ए उल्फ़त हर बार सुलगती जाती है
उभरती हुई छाती पर नुकीले पहाड़ जब उगते हैं
दूध से भरपूर से वो हिमालय पहाड़ ख़ुद लगते है
अंग से अंग हमारा जब कभी वो मिलता है
देवर सा दिल ये कुछ और शरारत करता है
पतली कमरिया, उस पर तिरछी नज़रिया
हाय रे देय्या.ओ मोरे सैयाँ, हुई मैं बावरिया
भाभी की फुद्दी पे जब मैं अपने लब रखता हूँ
ओस की बूंदों वाला नमकीन स्वाद चखता हूँ
आहें ख़ुद भरती है वो फिर धीरे धीरे
मोम सी पिघलती है वो फिर धीरे धीरे
RockShayar
*व्हाट्सएप पर ज्ञान बांटने वालों हो जाओ सावधान*
फेक न्यूज कितनी घातक हो सकती है इसका उदाहरण हमने पिछले कुछ सालों में देखा है। इसको लेकर सरकार भी काफी सजग है, सरकार ने फेक न्यूज से निपटने के लिए गूगल, फेसबुक और ट्विटर जैसी इंटरनेट कंपनियों को भी आदेश जारी किए। देश में कई फैक्ट चेकर ने फेक न्यूज को फैलने से रोका। वहीं अब इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने गुरुवार को कहा कि अगर इंटरनेट कंपनियां फैक्ट चेकर द्वारा जांच की गई गलत या भ्रामक जानकारी को अपने प्लेटफॉर्म से हटाने में विफल रहती है तो वह विशेषाधिकारी खो सकती हैं और उस पर कार्रवाई की जाएगी। फेक न्यूज से निपटने के लिए सरकार द्वारा नियुक्त संगठन को सरकार से संबंधित किसी भी झूठी या भ्रामक सामग्री की पहचान करने के लिए अनिवार्य किया गया है।
*आखिर क्यों गहलोत पायलट की दाल नहीं गलने दे रहे*
राजस्थान के राजनीतिक गलियारों में
पिछले 5 सालों में बस दो ही नाम गूंजते आए हैं।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट।
दोनों के बीच चल रहा शीत युद्ध अब खुद थक चुका है।
चुनावी इस वर्ष में कांग्रेस का भी पासा पलट चुका है।
एक के पास तीन दफ़ा सरकार चलाने का तज़ुर्बा है
तो दूसरा युवा हृदय सम्राट सतरंगी सपने बुनता है
एक को आवाम का दिल जीतना आता है
तो दूसरे को शहज़ादे का साथ सुहाता है
एक जनता पर योजनाओं का जादू चलाता है
तो दूसरा घर का भेदी खुद सरकार गिराता है
कालांतर में सीएम गहलोत पायलट का मास्टर प्लान देख चुके हैं
किस तरह से उन्होंने आनन फानन विधायकों की बाड़ेबंदी करके
अपना सरकारी हवाई जहाज इस तूफान में क्रेश होने से बचाया था
अब ऐसे में गहलोत किस तरह से पायलट पर दुबारा यकीन करके
उन्हें अपने खून पसीने की मेहनत से कमाए हुए इस रुतबे ओहदे यानी
राजस्थान की बागडोर सौंप दें, आप खुद सोचिए
एक बार जिस शख्स के साथ धोखा हो जाता है
फिर वह दूध का जला छाछ भी फूंक फूंक कर पीता है।
शायद यही वजह है कि तीन बार मुख्यमंत्री रह चुके अशोक गहलोत
चौथी बार भी पायलट को सरकारी विमान की कमान नहीं सौंप कर
खुद ही राजस्थान सरकार की कॉकपिट में बैठना चाहते हैं।
और आपको इस सवाल का जवाब मिल गया होगा
कि आखिर क्यों गहलोत पायलट की दाल नहीं गलने दे रहे हैं।
वैसे हम किसी नेता के पक्ष या विपक्ष में नहीं बोल रहे हैं
मीडिया का काम है दूध का दूध और पानी का पानी करना
और वही हमने किया है। बाकी सोचना आपका काम है सोचते रहिए।
*इरफ़ान अली (7737713079)*
*सामग्री लेखक (कंटेंट राइटर)*
*शुभ 24 न्यूज़ चैनल, जयपुर*
*कुल्लू मनाली जेड़ा मौसम साड्डे पिण्ड विच, असी कुछ दिन ता गुज़ारो लोडीयाना विच*殺爐 *हिल स्टेशन वरगा क्लाइमेट चाइदा ते संपर्क करा रब दे नाळ तहज्जुदा में अक्खा दा मोती बहा, दिल दिया गल्ला हुण मौला ते नाल करी*….*पंज बखत दी नमाज़ा पढ़सी…सानु रमज़ान वाळे रोज़े रखसी*
रंग रंगीलो राजस्थान, रंगीले सब रूप और भेस
मेहमान को सब कहते जहाँ, पधारो नी म्हारे देस
पन्ना-मीरा की धरती यह, बलिदान से मांग भरती है
रणबाँकुरों की जननी यह, वीर रस स्वांग रचती है
मिसरी सी मीठी बोली, प्रेम की पावन परिभाषा
हर चार कोस के बाद जहाँ बदल जाती हैं भाषा
रेतीले धोरों के दरमियां, ज़िन्दगी मुस्कुराती है
मिट्टी की खुशबू लिए, लोकगीत गुनगुनाती है
फौलादी किलों की तरह, मज़बूत हैं इरादे यहाँ
मासूम दिलों की तरह, लोग हैं सीधे सादे यहाँ
सहनशीलता और कर्मठता, मिट्टी में इसकी घुली
त्याग ओज़ वचनबद्धता, विरासत में इसको मिली
इतिहास के पन्नों पर, दर्ज़ हैं जितनी कहानियां
वीरों की वो अमर गाथाएं, शौर्य की सब निशानियां
राजपूताना की यह आन बान, रखे सदा सबका मान
रण हो चाहे कृषि विज्ञान, बढ़ाई हमेशा हिंद की शान
विकास विद हैरिटेज की नई डगर पर चल निकला है
बीमारू स्टेट की इमेज से यह अब जाकर निकला है
सतरंगी जय राजस्थान, अतरंगी अंचल परिवेश
मेहमान को सब कहते जहाँ, पधारो नी म्हारे देस।.
सर्वाधिकार सुरक्षित © 2023
राॅकशायर इरफ़ान अली ख़ान
#विषयवस्तुआधारितकविताएं(विआक)
राॅकशायर.काॅम
गुलाबी नगरी जयपुर
#ObjectOrientedPoems(OOPs)
*क्या है ज़कात? जिसे लागू करके दुनिया से गरीबी हटाई जा सकती है*
रमजान माह में रोजे रखने की तरह ज़कात को भी फर्ज बनाया है। ज़कात का मतलब हैं दान देना। अपनी आय के एक हिस्से को गरीबों में बांटने को ही ज़कात कहा जाता है। नमाज और रोजे की तरह ज़कात को भी मुसलमानों पर फर्ज किया हैं।
अगर किसी शख्स के पास 612 ग्राम (साढ़े बावन तोला) चांदी के बराबर सोना, चांदी, नगदी या इससे ज्यादा हो और उसको उसके पास एक साल गुजर गया हो। तो उसके ऊपर ज़कात फर्ज हो जाती है। यानी सीधे शब्दों में कहें तो साढ़े बावन तोला चांदी या फिर साढ़े सात तोला सोना होना या इनके बराबर की रकम का किसी मुसलमान के पास होना उस पर ज़कात के फर्ज होने की पुख़्ता दलील पेश करता है। मिसाल के तौर पर अगर किसी के पास ₹100 है तो उस पर ढाई रुपए ज़कात लगेगी। यानी एक लाख पर मात्र 2500 ज़कात देनी होगी।
गौरतलब है कि इस रकम पर एक साल का समय बीत जाने के बाद ज़कात दी जाती है। हर साल ज़कात देना फर्ज होता हैं। ज़कात को पूरे साल भर में कभी भी दिया जा सकता है, लेकिन अधिकतर ज़कात को रमजान माह में दिया जाता है। इस माह में ज़कात देने से ज्यादा सवाब (पुण्य) मिलता है।
ज़कात का सबसे पहला फर्ज अपने रिश्तेदारों, पड़ोसियों पर है। आपके रिश्तेदारों में कोई गरीब है तो उसको ज़कात दिया जा सकता है। पड़ोस में रहने वाले गरीब, यतीम, बेवा महिलाओं को ज़कात दी जा सकती है। इसके अलावा मदरसों जहां पर बाहर के और यतीम बच्चे पढ़ते हो, वहां पर भी ज़कात को दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि गरीब और बेसहारा लोगों को ज़कात देनी चाहिए। ऐसे लोगों को जकात देना बहुत बड़ा सवाब (पुण्य) का काम है। लोग जरूरत से ज्यादा खर्च न करें और गरीब बेसहारा लोगों की मदद करते रहें।
नबी-ए-क़रीम सल्लल्लाहू अलैही वसल्लम का फ़र्मान है कि ज़कात में दिखावा नहीं होना चाहिए। कहने का मतलब है कि अमीर लोग स्टेटस सिंबल के चलते दुनिया वालों को दिखाने के लिए हर जगह ज़कात का ढोल ना पीटे। दिखावा और तक़ब्बुर (घमंड) शैतानियत की निशानी है, इंसानियत की पहचान नहीं। इसलिए हम लोगों को चाहिए कि सही से ज़कात अदा करें, क्योंकि दुनिया से ग़रीबी हटाने का यही एक वाहिद तरीका है, जो कि वैज्ञानिक रूप से भी साबित हो चुका है.
*श्री प्राज्ञ गाथा*
समय ने लिखा जिसे, वह गाथा है महान क्रांति की
साक्षी भूमि बिजयनगर की, जो प्रतीक है शांति की
गाँव और शहर के बच्चों को
उच्च शिक्षा मिले हम सबको
खुली आंखों से देखा, सपना यह निराला
महान इक हस्ती ने फिर फैलाया उजाला
श्री गुरु पन्ना लाल जी महाराज सा ने एक प्रण लिया
और उच्च शिक्षा के क्षेत्र में क़ाबिले तारीफ़ काम किया
वह वर्ष उन्नीस सौ बहत्तर था, जब काल ने स्वयं यह गाथा लिखी
श्री प्राज्ञ महाविद्यालय की नीवं में, गुरुवर ने ज्ञान की शिला रखी
पवित्र नगरी अजमेर से केवल, पैसठ किलोमीटर दूर है यह
नेशनल हाईवे उन्यासी के निकट, बिजयनगर का गुरूर है यह
पैंतीस बीघा क्षेत्र में अवस्थित, ज्ञान का यह अलौकिक मंदिर
बिजयनगर के आसपास का बच्चा, नहीं अब शिक्षा से वंचित
पंचतत्व के समान, पांच ब्लॉक में विभाजित है यह
त्याग तप और अनुशासन से सदा सुशोभित है यह
स्मार्ट एजुकेशन की हाई डेफिनेशन पाठशाला है यह
एक्सट्रा करिकुलर एक्टीविटीज की आर्टशाला है यह
बात चाहे खेल कूद की हो, पढ़ाई की हो, या इवेंट्स की
यहाँ आकर बेफिक्र हो जाती हैं, फिक्रे तमाम पेरेंट्स की
अपने बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए
सफलता के उस महान दृश्य के लिए
आप भी श्री प्राज्ञ परिवार का हिस्सा बनिएं
ज्ञान का उत्सव मनाने के लिए हमसे जुड़िएं
भरोसा है हमारा, वह एक बेहतर इंसान बनकर निकलेगा
परिश्रम की भट्टी में तपकर, व्यक्तित्व कुंदन सा निखरेगा
महज एक महाविद्यालय नहीं, ज़िंदगी का गुरुकुल है यह
जीवन के हर महासागर को, पार कराने वाला पुल है यह।
“Pragya Gatha” A Poem by Irfan Ali (Rockshayar)
rockshayar.wordpress.com
के तराशे हुए संगेमरमर सा लगता है उसका बदन
गुलाब सी महक लिए, चलता फिरता वो गुलबदन
बहुत ढूँढ़ा उसे मैंने, कभी जो शख़्स था मुझ में
नज़र आता नहीं अब वो, किसी ने क़त्ल कर डाला
https://youtu.be/6g1FAQjitJo
News Script Written
by RockShayar Irfan Ali Khan
✒
हमें घोटाले नहीं गाँवों की अँधेरी गलियों में उजाले चाहिए
हमें नेतागिरी वाले नहीं, अब नेता काम करने वाले चाहिए
ख़ुद को खपाकर दो वक़्त की रोटी देता है जो सबको
उस किसान को ख़ुदकुशी करने से रोक पाओगे क्या
पूछ रही है आवाम बार-बार बस यही सवाल
सारे मुल्क़ से इस बार ग़रीबी हटाओगे क्या
*शुभकामना संदेश*
*हाजी चाँद मोहम्मद ख़ान साहब* को *राजकीय सेवा से सेवानिवृत्ति के दशक समारोह (10 Years of Retirement Completed) पर हार्दिक शुभकामनाएं*
*समस्त देशवाली-चौहान परिवार लोडीयाना-बिजयनगर-अजमेर*
अति महत्वपूर्ण सूचना
समस्त महानुभावो को सूचित किया जाता है, कि 5/6 मार्च, 2023 बरोज इतवार/सोमवार को देशवाली हाउस लोडीयाना में एक खास मजलिस मुनक्किद की गई है, जिसमें खेती-बाड़ी, ज़मीन-जायदाद के बंटवारे को लेकर विस्तृत एवं अंतरिम चर्चा की जाएगी। साथ ही आप सबके एहतराम में एक ज़ायकेदार लज़ीज़ दावत का एहतमाम भी किया जाएगा। आप सभी अपने अपने परिवार के साथ सादर आमंत्रित हैं। समस्त विवादों का न्यायिक क्षेत्र बिजयनगर ही रहेगा
आज्ञा से
हाजी चांद मोहम्मद खान साहब
ठिकाना – लोडियाना
9602693846
टिप्पणी – अनुपस्थित रहने वाले सज्जन अपन भावीे घाटे के लिए स्वयं उत्तरदायी होंगे
ज़िन्दगी का ये समोसा, बड़ा ही करारा है
जल्दी से खालो इसे, ये मिलता नहीं दोबारा है
चाहत की चटनी नहीं है तो क्या ग़म है
तन्हाई का तेल तर रखता इसे हरदम है
सुबह-सुबह नाश्ते में अच्छा लगता है
अजनबी रास्ते में ये अच्छा लगता है
अहमियत न हो तो बहुत ही सस्ता है
कुरकुरापन लिए ये बहुत ही ख़स्ता है
दबे कुचले अरमानों के आलू इसमें दम भरते हैं
खुशबू और लज़्ज़त में कई गुना इज़ाफ़ा करते हैं
पेट भले ही भर जाएं मगर ये दिल है कि भरता नहीं
पाकर इसे डाइटिंग करने को ये दिल कभी करता नहीं
बेशक इसे तैयार करने वाला बड़ा ही करिश्माई कारीगर है
तारीफ़ उसकी मुमकिन नहीं, वह कायनात का क्रिएटर है
ज़िन्दगी का ये समोसा बड़ा ही चटपटा है
जी भरके खालो इसे, ये वन पीस ही मिलता है
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बिना मक़सद मैं उसके शहर से अक्सर गुज़रता हूँ
नहीं करनी हो जो गलती वहीं क्यों कर गुज़रता हूँ
अभी तक याद है मुझको गली उसकी पता उसका
नहीं जब काम फिर भी क्यूँ वहीं होकर गुज़रता हूँ
सुर्ख़ जोड़े में सजी हुई, घूँघट की आड़ में ढकी हुई
पिया मिलन की आस में, पलंग पर बैठी एक दुल्हन
डरी हुई सी सहमी हुई सी, बर्फ़ की तरह जमी हुई सी
भँवरे की राह तकती हुई, हो जैसे वो नाजुक कली सी।
दिल में कई अरमां सजा रखे हैं आँखों में दीप जला रखे हैं
गुलाब की पंखुड़ी जैसे होंठ, मदिरा के प्याले छलका रहे हैं।
पिया ने जब उसको छुआ, छुईमुई सी वो सिमट गई
पहले थोड़ा लज्जाई, बाद में अमरबेल सी लिपट गई।
उस पल जो हुआ उसे यहाँ पर लिखा नहीं जा सकता है
उस पल जो हुआ, उसे सिर्फ महसूस किया जा सकता है
दूर कहीं झरना बह रहा था, पास में जिसके एक अँधेरी गुफा थी
एक दूसरे का हाथ पकड़कर, दोनों ने यह अनोखी यात्रा पूरी की
समापन के पश्चात स्वेद रक्त से लथपथ हो गये वो दोनों
विसर्जन के पश्चात कुछ देर तक निशक्त हो गये वो दोनों
सुहाग से जब हुआ मिलन, दुल्हन बन गई सुहागन
मन मरुस्थल में देखो आज, बरसने लगा है सावन।।
ना कल कि फ़िक्र ना कल का ज़िक्र
आज के होने पर हो आज ही ज़िक्र
ना टेंशन का होना ना मेंशन का रोना
हैप्पीनेस जाॅय की चाबी फुल भरना
उदासी के बादल मन से उतार फेंकों
ग़मों का काजल रूह से बुहार फेंकों
*नाम – इरफ़ान अली*
*पिताजी – श्री चांद मोहम्मद ख़ान*
*माताजी – श्रीमती रईसा बेगम*
*पत्नीजी – अफ़साना बानू देसवाली*
*जन्मतिथि -25/08/1985*
*दूरभाष संख्या – 7737713079*
*आधार नंबर – 5827 2441 6288*
*व्यवसाय – इंजीनियर, बैंकर, कंटेंट राइटर, न्यूज़ एडिटर*
*अनुभव विवरण*
1. माइनस्टोन एक्सपोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड, गुलाबपुरा (भीलवाड़ा) 2022
2. आईसीआईसीआई बैंक लिमिटेड, जालियां 2 (अजमेर) 2020-22
3. शुभ 24 न्यूज़ चैनल, वैशाली नगर, (जयपुर) 2019-2020
4. एमजीएस कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड, (जयपुर) 2018-2019
5. क्रेज़ी मीडिया प्राइवेट लिमिटेड, मालवीय नगर, (जयपुर) 2015-18
6. ग्लोबल कॉलेज ऑफ टेक्नोलॉजी, सीतापुरा, (जयपुर) 2013-15
7. बलदेव राम मिर्धा इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, (जयपुर) 2012-13
8. बालाजी पॉलिटेक्निक कॉलेज, सोजत सिटी, (पाली) 2011-2012
9. अल्ट्रा इंटीग्रेटेड प्राइवेट सर्विसेज लिमिटेड, (जयपुर) 2009-2011
10. शंकरा इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, कूकस, (जयपुर) 2006-2009
*नववर्ष के उपलक्ष पर आदरणीय मसूदा विधायक महोदय श्री राकेश जी पारीक साहब (निवास स्थान सरवाड़) से शिष्टाचार भेंट करते हुए लोडियाना सरपंच साहब श्री सांवरलाल पुरोहित जी एवं शिष्टमंडल लोडियाना*
Happy New Year
जनाब शौक़त अली देशवाली (अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी, अजमेर संभाग) एडीओ साहब के बिहाफ पर सम्मानित होते हुए
देशवाली राज्य स्तरीय प्रतिभा सम्मान समारोह 2022, जवाहर रंगमंच अजमेर 27/12/22
Dr. Anas Khalid S/O Mr. Khalid Rashid Khan, Mrs. Rehana Sultana….Ramsar (Nasirabad-Ajmer)…Felicitated By Deshwali State Level Pratibha Samman Samaroh (Deshwali State Level Talent Felicitation Ceremony) 2022* at Jawahar Rangmanch Ajmer (Rajasthan)
जयपुर ट्रिप बहुत अच्छा रहा
अल्लाह रब्बुल इज़्ज़त का बहुत बड़ा क़रम रहा कि हम सही सलामत घर लौट आए
संग अपने ढ़ेर सारी यादों का गुलदस्ता लेकर आए हैं
शुक्रिया जयपुर
#ObjectOrientedPoems(OOPs)
“गाँव मेरा है लोडियाना”
(My Village: Lodiyana)
रंग रंगीले राजस्थान के बीचों बीच एक ठिकाना
जिला है अजमेर, और गाँव मेरा है लोडियाना
ग्राम पंचायत है ये, आबादी नही कोई इसकी ज्यादा
शोरगुल से कोसों दूर, जीते यहाँ सब जीवन सादा
पंचायत समिति मसूदा, तहसील है बिजयनगर
दोनों शहरों से जुड़ी हैं, प्रगति की एक नई डगर
कहने को तो बिजली यहाँ, चौबीसों घंटे आती है
यूँ कह दीजिए जैसे कोई, दुल्हन नई शर्माती है
भव्य शिव मंदिर जहां पर, गांव की शोभा बढ़ाएं
धर्मी तालाब के सानिध्य में, हवाएं यहां जल चढ़ाएं
प्राथमिक और माध्यमिक, दोनों विद्यालय हैं आस पास
प्रांगण में जिनके सदा, खिलती आई साक्षरता की आस
गाँव से शहर को हाँ, अब भी जाती है वही सड़क
मुहाने पर जिसके यहाँ, मिलती है वो चाय कड़क
क़ब्रिस्तान के पास वाले मैदान में, साईकिल चलाना सीखी
उतर आई यूँ काग़ज़ पर आज, यादें वो बचपन सरीखी
कहने वाले यूँही तो नहीं भई, कहते इसे बम्बई का बच्चा
निकले यहाँ से सूरमा कई, पढ़कर लाइफ़ का पाठ सच्चा
खेतों में लहलहाती फसल, जैसे किसी शायर की ग़ज़ल
इस तरह गुनगुनाती है फिर, बरसे वो सावन की शक़ल
धड़कता हुआ दिन, और तारों भरी रात यही मिलती है
कच्चे पक्के आँगन में, मुस्कुराहट भी तो यही खिलती है
खेतों में क्रिकेट खेलना, तालाब में पत्थर फेंकना
याद है सर्दी के मौसम में, तप करके हाथ सेंकना
शहर में रहता हूँ भले, पुरख़े तो आज भी वही रहते हैं
भूल न जाना मिट्टी को, माँ बाबा हमेशा यही कहते हैं
मातृभूमि का ये मेरी, हैं बस इतना सा फ़साना
जिला है अजमेर, और गाँव मेरा है लोडियाना ।
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RockShayar Irfan Ali Khan
All rights reserved.
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आसमां तकता हूँ कुछ इस तरह से
अब्र को पत्ते जैसे शजर के देखते हैं
इस तरह तो कोई नहीं देखता मुझे
रस्ते जिस तरह मुझे घर के देखते हैं
ख़ू़न कर देती है ख़यालत का तर्मीम ये
कोई दर्द तो चलो बेबहर के देखते हैं
कब तलक रखेंगे दिल से दूरी हम
आज फिर ऐतबार कर के देखते हैं
कोई नहीं गया जिस राह पे इरफ़ान
चलो उस राह से गुज़र के देखते हैं
अब्र – बादल, Cloud
शजर – पेड़, Tree
तर्मीम – कांटछांट, Scrutiny
बेबहर – बिना मीटर के आज़ाद ख़यालात, Without meter of poetry
*गांव की सरकारी स्कूल में पढ़ा छात्र बना जिला शिक्षा अधिकारी*
*इरादों में खनक कुछ ऐसी हो तेरी ज़र्रा कहे और सारा आसमां सुने*
*क़िरदार तेरा इस क़दर हो मुक़म्मल फिर अंदाज़ वो सारा ज़माना चुने*
अजमेर जिले की *मसूदा पंचायत समिति* का *बहुचर्चित गाँव लोडियाना* इन दिनों अपनी *प्रोग्रेसिव प्रतिभाओं* के दम पर समूचे प्रदेश में *गौरव का परचम* लहरा रहा है। किसे मालूम था कि *साल 1999 में गांव की सरकारी स्कूल* में *दसवी कक्षा* में पढ़ रहा *होनहार छात्र शौक़त अली देशवाली* ठीक *23 बरस बाद इसी जिले के शिक्षा विभाग को एक नई दिशा* प्रदान करेगा।
*शौक़त जी के गौरवशाली शैक्षणिक सफ़र* की बात करें तो इन्होंने *साल 2001 में राजकीय नारायण उच्च माध्यमिक विद्यालय बिजयनगर* से *कला संकाय में बारहवीं* करने के बाद *जीसीए अजमेर* से *बीए बीएड एमए किया। तत्पश्चात *एमफिल और पीएचडी* जैसी उच्च शिक्षा हासिल करके अपने *खानदान, देशवाली समाज और गांव का नाम रौशन* किया।
*वर्ष 2010 में राजस्थान लोक सेवा आयोग अजमेर* द्वारा आयोजित *प्राध्यापक (भूगोल) पद* पर पदस्थापित होने के बाद *शौक़त जी ने कभी पीछे मुड़कर नहीं* देखा।
अपनी *अथक मेहनत, हरदिल अज़ीज़ कार्य कुशलता और स्मार्ट सोच* के बलबूते पर मात्र *12 वर्ष की राजकीय सेवा और 38 साल की छोटी सी उम्र* में *अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी (ADEO), अजमेर संभाग* पद पर नियुक्त होकर *डॉ. शौकत अली देशवाली* ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा लिया है।
*डॉक्टर साहब* को हम सभी घर वालों गांव वालों और कौम वालों की तरफ से *हार्दिक शुभकामनाएं और दिली मुबारकबाद*। दिल से दुआ है कि आप *इसी तरह बुलंदी से बालातर मक़ाम पर काबिज़ होते जाएं* और अपनी *कौम के युवाओं और बच्चों के लिए कामयाबी की एक नई नज़ीर* पेश करें।
आमीन
*फ़क़त*
*हाजी मोहम्मद उमर ख़ान साहब (बड़े पापा जी)*
*हज्जन सलमा (बड़ी अम्मी)*
*हाजी चांद मोहम्मद ख़ान साहब (पिता जी)*
*हज्जन रईसा (अम्मीजान)*
*मरहूम हाजी सुलेमान देवड़ा हैदराबाद (बड़े फूफा जी)*
*मरहूम हज्जन साबरा देवड़ा हैदराबाद (बड़ी बुआ जी)*
*निजाम साहब (छोटे फूफा जी)*
*उमराव (छोटी बुआ)*
*अब्दुल रऊफ़ ख़ान (बड़े मामा जी)*
*शमीम (बड़ी मम्मी जी)*
*अब्दुल रब ख़ान (छोटे मामा जी)*
*रुखसाना (छोटी मामी जी)*
*खालिद रशीद ख़ान (बड़े जीजा जी)*
*रेहाना ख़ान (बड़ी बहिन जी)*
*हारून रशीद ख़ान (छोटे जीजा जी)*
*रुखसाना ख़ान (बड़ी बहिन जी)*
*अब्बास अली ख़ान (बड़े भाई साहब)*
*यासमीन (बड़ी भाभी जी)*
*आबिद अली ख़ान (बड़े भाई साहब)*
*तबस्सुम (बड़ी भाभी जी)*
*जावेद अली ख़ान (बड़े भाई साहब)*
*कौसर (बड़ी भाभी जी)*
*मोहम्मद अली ख़ान (बड़े भाई साहब)*
*तरन्नुम (बड़ी भाभी जी)*
*इरफ़ान अली ख़ान (छोटे भाई साहब)*
*अफ़साना (छोटी भाभी जी)*
*तमाम देशवाली परिवार लोडियाना, बिजयनगर, अजमेर*
*मज़हब-ए-इस्लाम एकेश्वरवाद पर आधारित एक ऐसा सत्यवादी धर्म है, जिसके हर पहलू पर अगर हम आज के साइंटिफिक रिसर्च की रौशनी में नज़र डालें तो पाएंगे कि बेशक इस कायनात में कुछ भी बेवज़ह नहीं* है। हर इक चीज़ का अपना एक मुकाम है, मक़सद है। *सदियों से किताबों में हमें इस्लाम के बारे में यही पढ़ने को मिलता आया है कि आज से क़रीब 1443 साल पहले से अरब में इस्लाम धर्म का जन्म* हुआ। जबकि *हक़ीक़त में 1443 साल पहले तो अरब के पवित्र शहर मक्का में हम सबके प्यारे आक़ा कायनात के आखिरी रसूल, सरवरे क़ौनैन हबीब-ए-पर्वरदिगार, ताजदार-ए-मदीना, अहमद-ए-मुज़्तबा,रहमतुल लिल आलमीन, हजरत मुहम्मद मुस्तफ़ा सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम का नुज़ूल हुआ था*। हुज़ूर-ए-अक़रम, *मुहम्मद मुस्तफ़ा सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की आमद से पहले कमोबेश एक लाख चौबीस हज़ार (1,24,000 means 124K ..Digital Data Computer Memory system Kilo Byte, Mega Byte, Giga Byte yahi se izad hua tha) पैग़म्बर इस दुनिया में आ चुके हैं।*
तो चलिए हम आपको इस्लाम के कुछ ऐसे ही अनछुए पहलुओं से रूबरू कराते हैं*। जिससे *आपकी आंखों पर बंधी पट्टी भी शायद खुद जाए, और आज से आप भी इस्लाम के नाम पर चल रही सियासती तिकड़मबाजियों और रियासती फ़ित्नपरस्तियों को सही मायने में पहचान सके। सही ग़लत का फ़ैसला अपनी खोपड़ी का इस्तेमाल करके कर पाए, ना कि किसी की भी सुनी सुनाई और लिखी लिखाई दकियानूसी बातों पर यक़ीन करके इस्लाम के ख़िलाफ़ अपना एक ज़हरीला अक़ीदा बना* लें।
दोस्तों *इस धरती पर पहले इंसान व पैगंबर हजरत आदम अलैहिस्सलाम थे। तभी तो हर इंसान को आदमी यानी आदम की औलाद कहा जाता* है। लगभग *1 लाख चौबीस हज़ार नबियों की इस कड़ी में आखिरी रसूल हजरत मुहम्मद मुस्तफ़ा सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम हुए यानी सबसे अंतिम पैग़म्बर जिन्हें हिंदी में देवदूत भी कहा जाता हैं। अब इनके बाद रूहे ज़मीन पर क़यामत तक कोई भी नबी नहीं आने वाला हैं, अगर कोई नबूवत का दावा करे तो वह दज़्जाल का दोस्त, मक्कार और झूठा है*।
*हजरत मुहम्मद मुस्तफ़ा सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम रबीउल अव्वल महीने की 12 तारीख को 571 ईस्वी में सऊदी अरब के मक्का* में पैदा हुए। आपके *पिता का नाम अब्दुल्लाह बिन अब्दुल मुतलिब और माँ का नाम बीबी आमिना* था। *बचपन में ही आप यतीम हो गए थे। हर वक़्त आप बस अल्लाह की इबादत में ही मसरूफ़ रहते थे। अहले मक्का में आपकी सच्चाई और ईमानदारी की नज़ीर पेश की जाती थी। लोग आपको सादिक़ और अमीन तस्लीम करके अपने फ़ैसले करवाते* थे। *मक्का से मदीना की आपकी यात्रा को इस्लाम में हिजरी संवत* के नाम से जाना जाता है।
*नबी-ए-क़रीम सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की वफ़ात के बाद इस्लाम शिया और सुन्नी दो फ़िरको में बंट गया*। *सुन्नी जो हजरत मुहम्मद के कथनों और कार्यों यानी सुन्नत पर अमल करते हैं जबकि शिया हजरत अली की शिक्षाओं में विश्वास रखते* हैं। *हजरत अली जिन्हें मुश्किल कुशा शेरे ख़ुदा मौला अली भी कहा जाता है, हजरत मुहम्मद मुस्तफ़ा सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के दामाद* थे।
*हजरत मुहम्मद मुस्तफ़ा सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम पर ही पवित्र आसमानी किताब क़ुर्आन मजीद नाज़िल हुई। जिसमें जिंदगी के हर मसअले का हल वैज्ञानिक तरीके पर आधारित है*।
*इस्लाम की बुनियाद ईमान है। यानी *बंदा दिल से यह यक़ीन करे कि अल्लाह एक है, और उसके सिवा कोई भी इबादत के लायक नहीं है, साथ ही जनाब-ए-मुहम्मद मुस्तफ़ा सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम अल्लाह के पक्के और सच्चे रसूल है*। इसी को पहला *कलमा यानी कलिमा-ए-तैयिब्बा कहा जाता है। तो हजरात एक बार रूह-ए-क़ल्ब से पढ़िए ‘ला इलाहा इल्लल्लाह मुहम्मदुर्रसूलुल्लाह*’
*हर मुसलमान के लिए दिन में पांच वक़्त नमाज़ पढ़ना, अपनी कमाई का 2.5% गरीबों को जक़ात के रूप में देना, रमजान के रोज़े रखना फर्ज़ है। जो मालदार हैं उनके लिए ज़िंदगी में एक बार हज करना लाज़िमी है*।
*इस्लाम मूर्तिपूजा और पुनर्जन्म की अवधारणा को सिरे से ख़ारिज करता* है। इस्लाम के अनुसार *इंसान सिर्फ़ एक बार इस दुनिया में जन्म लेता है। मृत्यु के पश्चात् वह क़यामत तक क़ब्र में दफ़्न रहेगा, और क़यामत के दिन उसे फिर से ज़िंदा किया जाएगा। क़यामत के दिन वह अपने आमाल मानी के कर्मों के अनुसार ही ‘जन्नत’ यानी स्वर्ग या फिर जहन्नुम यानी कि दोजख ‘नरक’ में जाएगा*।
दुनिया में आजकल इस्लाम को लेकर कई तरह की गलत धारणाएं फैली हुई है। *मौजूदा दौर में आतंकवाद को इस्लाम से जोड़ा जा रहा है. पर असल में इस्लाम नफ़रत नहीं बल्कि मुहब्बत और भाईचारे का पैग़ाम देता है। *ज़रूरत है तो बस इस्लाम और क़ुर्आन शरीफ की सही जानकारी आम लोगों तक पहुंचाने की*। तो आइए आप और *हम सब मिलकर आज यह अहद करें कि अपने अपने लेवल पर मुआशरे में दीन-ए-इस्लाम को लेकर जो गलतफहमियां फैली हुई हैं और फैलाई जा रही हैं उनको दूर करने की दिल से कोशिश और ज़मीनी जद्दोजहद करेंगे। इंशाअल्लाह रब्बे कायनात हमारी इस छोटी सी कोशिश का बहुत बड़ा अज्र अता फ़रमाएंगे*।
आमीन🤲🌙
*Irfan Ali Deshwali*
*RockShayar.wordpress.com*
*आवश्यक सामग्री*
700 ग्राम चिकन
4 प्याज
4 टमाटर
4 हरी मिर्च
1 इंच अदरक का टुकड़ा
10 लहसुन की कलियां
15 काजू के पीस
2 तेजपत्ता
1 दालचीनी स्टिक
1 बड़ी इलायची
2 छोटी इलायची
8-10 काली मिर्च
1 टीस्पून गरम मसाला
1 टीस्पून लाल मिर्च पाउडर
2 सूखी लाल मिर्च
1 टेबलस्पून कसूरी मेथी भुनी हुई
1/2 टीस्पून कश्मीरी लाल मिर्च पाउडर
स्वाद अनुसार नमक
आवश्यकतानुसार तेल जरूरत अनुसार
मैरीनेट करने के लिए
1/2 कप दही
1 टीस्पून काली मिर्च पाउडर
1/2 टीस्पून कश्मीरी मिर्च पाउडर
1/2 टीस्पून हल्दी पाउडर
2 टेबलस्पून अदरक लहसुन का पेस्ट
2 टेबलस्पून चाट मसाला
1 टेबलस्पून तेल
1 टीस्पून नमक
*बहुत हो गयी सामग्री की फ़ेहरिस्त अब ज़रा चंग़ेज़ी बना भी लो😋🍖🍗😂*
*स्टेप 1*
सबसे पहले चिकन को धोकर साफ कर ले और बड़े पीस में कट लगा ले जैसे कि लेग पीस, ✍️ *तो भैया बात ऐसी है कि चिकन पीस सब के हिस्से में आने चाहिए, ऐसा नहीं कि एक आदमी ही पूरे लेग पर टूट पड़े😂😋🍗*
*स्टेप 2*
अब ज़रा चिकन को मैरीनेट कर ले.. *यानी कि जिस तरह हम अपने चांद से मुखड़े पर फेसवाश लगाकर उसे धूल और कीटाणुमुक्त करते हैं ठीक उसी तरह चिकन के साथ भी कुछ ऐसा ही मामला पेश आना चाहिए*
चिकन में मेरीनैट की सभी सामग्री डालकर अच्छी तरह से मिक्स कर लें 3 से 4 घंटे के लिए फ्रिज में रख दें अगर आपके पास टाइम है तो इसे रात भर भी फ्रिज में रख सकते हैं इससे स्वाद और भी अच्छा आएगा.
*स्टेप 3*
अब प्याज टमाटर को बड़ा-बड़ा काट लें, और अदरक के छोटे-छोटे पीस कर ले *और जो हजरत खाली बैठे हैं वह सब लहसुन छीले*
*स्टेप 4*
अब एक पैन में थोड़ा सा तेल डालकर इसमें प्याज़ अदरक लहसुन हरी मिर्च टमाटर और खड़े मसाले काजू डालकर मिलाएं फिर नमक और कश्मीरी मिर्च डालकर थोड़ी देर ऐसे ही पकने दें। जब टमाटर थोड़े मुलायम हो जाए तब इसमें 2 कप पानी डालकर धीमी आंच पर 10 मिनट तक ढककर पकाएं. *इस दौरान आप अपने घर का बाकी काम भी कर सकते हैं ऐसा नहीं है कि भुक्कड़ की तरह चिकन को देखते ही रहे बस😂😋🍗*
*स्टेप 5*
10 मिनट बाद इसमें से खड़े मसाले अलग निकाल ले और इसे ठंडा होने दें और इसका स्मूथ पेस्ट बना लें अगर जरूरत हो तो इस ग्रेवी को आप छान भी सकते हैं.
*स्टेप 6*
अब एक कढ़ाई में तेल डालें अपने हिसाब से सूखी लाल मिर्च डालकर पकाएं धीमी गैस करके कश्मीरी मिर्च पाउडर डालकर थोड़ी देर पकाएं अब इसमें ग्रेवी डाल दें और गरम मसाला और मिर्च पाउडर डालकर जैसा भी गाढ़ापन आप रखना चाहते हैं उसी हिसाब से पानी डाल लीजिए और धीमी आंच पर पकने दें. *जब हमारा बुरा वक्त होता है तो वह भी हमें इसी तरह धीमी धीमी आंच पर पका कर एक बेमिसाल शख़्सियत बना देता है*
*स्टेप 7*
अब एक दूसरी कढ़ाई में थोड़ा सा तेल डालें और अपने सभी चिकन के पीस इसमें डाल कर चिकन का रंग बदलने तक तेज आंच पर पकाएं फिर आज धीमी कर दें उलट-पुलट कर अच्छी तरह से फ्राई कर लें। आप इसमें बिल्कुल थोड़ा सा पानी डालकर धीमी आंच पर ही ढक कर चिकन के सॉफ्ट होने तक पकाएं अब यह सारा चिकन ग्रेवी में डालकर दो-तीन मिनट पकाएं। फिर कसूरी मेथी डालकर गरम गरम सर्व करें🍗🍖😋😋
*लो जी बातों बातों में चिकन चंगेजी भी तैयार हो गया और पता ही नहीं चला अब जल्दी से यह आर्टिकल पढ़ना छोड़ो और टूट पड़ो किसी 😋🍗😂भुक्कड़ की तरह*
*अगर रेसिपी बताने का मेरा यह तरीका आपको अच्छा लगा हो तो दुआओं में जरूर याद रखें और एक टिफिन में थोड़े लेग पीस डालकर इधर भिजवा दें😂😂🍗😋*
*By RockShayar Irfan Ali Khan*
*IGNOU New Delhi*
*Bachelor of Education (B.Ed.) Distance Learning Program*
*Minimum Duration: 2 Years*
*Maximum Duration: 5 Years*
*Course Fee: Rs. 55,000*
*Minimum Age: No bar*
*Maximum Age: No bar*
*Eligibility*:
Candidates with:
a) *at least fifty percent marks* either in the Bachelor’s Degree and/or in the Master’s Degree in Sciences/Social Sciences/Commerce/Humanity.
*Bachelor’s in Engineering or Technology with specialization in Science and Mathematics with 55% marks or any other qualification equivalent thereto*,
and
b) *The following categories are eligible to be students of B.Ed. (ODL)*:
(i) *Trained in-service teachers in elementary education*.
(ii) *Candidates who have completed a NCTE recognized teacher education programme through face-to-face mode*.
·The *reservation and relaxation of 5% marks in minimum eligibility* will be provided to SC/ST/*OBC Non creamy layer*/PWD candidates as per the rules of the Central Government.
·Reservation to Kashmiri Migrants and war widow candidates will be provided as per the University Rules.
*ADMISSION*
*Admission shall be done on the basis of the score obtained in the entrance test* conducted by IGNOU all over India.
*The candidate will be required to submit the filled-in application form with self-attested copies of documents as specified in Entrance-cum-Admission Form*.
*The original documents are to be submitted later for verification, after receiving offer letter for admission*.
*ENTRANCE TEST*
*The Entrance Test will be held on the date mentioned in the advertisement*. Hall tickets will be uploaded on IGNOU website; http://www.ignou.ac.in for appearing in the Entrance Test.
Mere allowing candidates to take Entrance Test would not amount to acceptance of their eligibility for admission to B.Ed*.
*The final admission to the programme shall be subject to their rank in the merit list in the Entrance Test and production of proof of their eligibility at the time of last date of submission of application for admission to B.Ed. programme along with original certificates and programme fee*.
*The number of seats of each PSC is limited to 50 only*. The university reserves the right to conduct the examination at different centers/change the examination centre of the candidates without assigning any reason thereof*.
*Programme Fee…Rs. 55000/-*
*Candidates seeking admission to the B.Ed. programme are advised not to pay the fee along with the filled-in application form. They will get a separate communication about their admission and payment of fee*.
*The programme fee should be paid only by way of Demand Draft drawn in favour of IGNOU payable at the city where your Regional Centre is situated. Please write in capital letters your name and the programme to which admission is sought, i.e., B.Ed., on the back of the Demand Draft to ensure proper credit of your fee to the relevant account*.
*Prof. C. B. Sharma*
*cbsharma@ignou.ac.in*
*011-29572936*
*Prof. D.Venkateshwarlu*
*dvenkatesh@ignou.ac.in*
*01129572962*
https://youtube.com/shorts/Rp3SKuFS6CY?feature=share
✒️🎙️👆🏼👇🏼🤘🏻
किसी ने इसे संभालने में सब कुछ खो दिया
किसी ने सब कुछ खोकर इसे संभाला है
कई चटक रंगों से मिलकर बनी है ये ज़िन्दगी
हर एक रंग अपने आप में ही निराला है.
*नाम इरफ़ान अली*
*उम्र 37 साल*
पेशे से एक *इंजीनियर, बैंकर, शायर, कंटेंट राइटर, न्यूज़ रिपोर्टर, एसिस्टेंट प्रोफेसर, मल्टीडाइमेंशनल मोटीवेटर वगैरह वगैरह* यानी और भी बहुत कुछ हूं
फिलहाल नौकरी के नाम पर *माइनस्टोन एक्सपोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड, गुलाबपुरा, भीलवाड़ा (राजस्थान) में *फैक्ट्री मैनेजर पद पर कार्यरत हूं*
*वज़्नी पत्थरों के साथ साथ आजकल मेरे वज़ूद की भी 50 एमएम ब्लॉक कटिंग, पॉलिशिंग, फ्लेमिंग और एज कटिंग हो रही है*
अब ये देखना दिलचस्प होगा कि क़िस्मत मुझे *बसाल्ट के बाशऊर स्लैब* में तब्दील करती है या फिर *ग़मों के ग्रेनाइट से उबारकर बेशकीमती पिंक पैंथर बनाती है*
चलो ना लम्हों की कुछ बार्गेनिंग करे
अनदेखे ख़्वाबों की यूँ हार्वेस्टिंग करे
खुशीयों के कस्टमाइज्ड घरौंदे बनाये
लाइफ की कैसेट रिवाइंड करके चलाये
बदहवास लम्हों को स्किप कर भगाये
खुशनुमा यादों पर यूँ पाॅज बटन दबाये
ब्लर्ड अहसास को धीरे धीरे साफ करे
हार्डकोर मिस्टेक्स को हम अब माफ़ करे
चलो ना लम्हों की कुछ बार्गेनिंग करे
अनछुँवे ख़्यालों की यूँ मार्केटिंग करे
ना कल कि फ़िक्र ना कल का ज़िक्र
आज के होने पर हो आज ही ज़िक्र
ना टेंशन का होना ना मेंशन का रोना
हैप्पीनेस जाॅय की चाबी फुल भरना
उदासी के बादल मन से उतार फेंकों
ग़मों का काजल रूह से बुहार फेंकों
चलो ना लम्हों की कुछ बार्गेनिंग करे
बिखरे जज़्बातों की यूँ हार्वेस्टिंग करे
#RockShayar
अपने बारे में क्या बताऊं आप खुद जान जाएंगे
इससे पहले के लब खोलूं खुद पहचान जाएंगे
नाम है इरफ़ान और उम्र है सैंतीस
गूंजती हुई तालियां यही मेरी फीस
हाथ थोड़ा काँपता है, काँपती है आवाज़
दिल में है दर्द भरा और आँखों में है आस
सबसे ज़ुदा है यह मेरा अंदाज़
रूह से जुड़ा हरइक अल्फ़ाज़
वैसे तो आपकी सब दुआओं से I’m एन इंजीनियर
But Nowadays poetry ke very very near
दूर करता है अब यही तो मेरा Fear
पैशन लगे ये मुझे मेरा sabse Dear
So lets enjoy come on guyz cheer
Bcoz one n only The RockShayar is here
*Dedicated to All Engineers*⚙️🤘🏻🎙️😂
*Papa Kehte Hai Beta Version 2.0*😅
ये कहानी है हर उस लड़के की
ये कहानी है हर उस लड़की की
जो इंजीनियर तो बन गये
पर इंजीनियर नहीं बन पाये।
जो कुछ और बनना चाहते थे
वो कुछ और बनकर रह गये
जो कुछ और करना चाहते थे
वो कुछ और करकर रह गये।
ये कहानी है हर उस इंजीनियर की
जो अपने पैशन की इक्वेशन बनाकर
जमाने के ऑउट ऑफ सिलेबस जाकर
जाॅबवाले कम्फर्ट जोन को भुलाकर
अब अपने दिल की सुनना चाहता है।
दोस्तों आज कॉलेज का आखरी दिन है
और अपनी फ्यूचर लाइफ के लिये
सभी ने कुछ ना कुछ सोच रखा है
लेकिन मैंने अपने लिये कुछ नहीं सोचा है
ओह रियली आई मीन इट
और आज..आज मुझे बार-बार एक ही ख़याल आ रहा है।
पापा कहते है बड़ा नाम करेगा
बेटा हमारा जबरा काम करेगा
मगर ये तो कोई ना जाने
के मेरी मंज़िल है ज़ुदा
पापा कहते है बड़ा नाम करेगा…
बैठे हैं सटके…सब यार अपने
सबके दिलों में…अरमां ये है
वो इम्तिहाँ में…कल क्या आयेगा
हर इक नज़र का…सपना ये है
कोई सेमेस्टर भर का काम करेगा
मिडटर्म में कोई अपना नाम करेगा
मगर मार्क्स तो…फिर भी ना आने
है बड़ी मुश्किल…करूं मैं क्या
पापा कहते है बड़ा नाम करेगा।
बैकलॉग के झटके…सब्जेक्ट हैं अटके
अच्छे प्लेसमेंट का….सपना ये है
वो मार्केट में….कल क्या चलेगा
हर इक प्रोफेसर का…कहना ये है
कोई बैंकों में क्लर्क का काम करेगा
फील्डवर्क में कोई अपना नाम करेगा
मगर दिल तो…ज़िद्दी न माने
है मेरी मंज़िल…मुझे पता
पापा कहते है बड़ा नाम करेगा।
गर्लफ्रेंड के नखरे…यारों के लफड़े
सबके होठों पे…क्वेश्चन एक है
तू ज़िन्दगी में….कल क्या बनेगा
हर इक टीचर का…ताना ये है
कोई मार्केटिंग वाला काम करेगा
गेमिंग में कोई अपना नाम करेगा
मगर ये तो…कोई न जाने
के मेरी मंज़िल….मुझ में हाँ
पापा कहते है बड़ा नाम करेगा।
सिगरेट के पैकिट…डेनिम की जैकिट
सबकी जेबों में…माचिस एक है
वो तेरी भाभी…एक दिन बनेगी
हर इक नज़र का…सपना ये है
कोई टेडी बियर से नियर आयेगा
बाॅडी पे उसका ही टैटू बनवायेगा
मगर दिल तो..मेरी न माने
है मेरी मंज़िल…मुझ में हाँ
पापा कहते है बड़ा नाम करेगा।
मेरा तो सपना…है एक डायरी
लिखू जो उसमें..झूमे बहार
बदले में मिलता…चैन और सुकूं
ज़िंदा हैं सपने…हैं जिनसे प्यार
बंदा ये शायरों वाला काम करेगा
लफ़्ज़ों के दरमियाँ अपना नाम करेगा
मेरी क़लम से…मिलो तो यारों
के मेरी मंज़िल…यही है हाँ
पापा कहते थे बड़ा नाम करेगा
बेटा हमारा जबरा काम करेगा
*Irfan Ali “RockShayar”*
हर शख़्स में अपना अक्स तलाशते हैं
बड़ी ख़ामोशी से लब लफ़्ज़ तलाशते हैं
ये दुनिया वाले हैं
इन्हें क्या फर्क़ पड़ता हैं
ये तो मौत में भी इक रस्म तलाशते हैं
दिल लगया हीर दे नाल, सीरत जिसदी शायराना वे
रूह वरगी सुफ़ेद कुड़िये, नाम उसदा अफ़साना वे
होर की दस्सा मैं तेनु, गल्ला बस इतणी ही करदा
हयात विच है साथ उसदा, साड्डी चंगी तक़्दीर वे
रहमत कहते है जिसे, वो धूल है माँ के पाँव की
इंसान बना मैं जहाँ, वो स्कूल है मेरे गाँव की ।
My zigzag career journey was started in 2006 as a Lab Assistant, then System Supervisor, Lecturer, Assistant Professor, Site Engineer, Content Writer, News Reporter, Copy Editor, Banker, and Now in the year of 2022 Finally Electronics and Communication Engineer…Thanks Allah Rabbul Izzat爐
https://youtube.com/shorts/tpTWcz01BU0?feature=share
*कोई कमबख़्त कहता है कोई बदबख़्त कहता है, फ़क़त इक यार ही तो मुझको दरख़्त कहता है,,,, उसने देखा है मुझे शजर से पत्थर होते हुए, वो मेरे दर्द को छूकर उसे फिर नज़्म कहता है*
*गांव की सरकारी स्कूल में पढ़ा छात्र बना जिला शिक्षा अधिकारी*
*इरादों में खनक कुछ ऐसी हो तेरी ज़र्रा कहे और सारा आसमां सुने*
*क़िरदार तेरा इस क़दर हो मुक़म्मल फिर अंदाज़ वो सारा ज़माना चुने*
अजमेर जिले की *मसूदा पंचायत समिति* का *बहुचर्चित गाँव लोडियाना* इन दिनों अपनी *प्रोग्रेसिव प्रतिभाओं* के दम पर समूचे प्रदेश में *गौरव का परचम* लहरा रहा है। किसे मालूम था कि *साल 1999 में गांव की सरकारी स्कूल* में *दसवी कक्षा* में पढ़ रहा *होनहार छात्र शौक़त अली देशवाली* ठीक *23 बरस बाद इसी जिले के शिक्षा विभाग को एक नई दिशा* प्रदान करेगा।
*शौक़त जी के गौरवशाली शैक्षणिक सफ़र* की बात करें तो इन्होंने *साल 2001 में राजकीय नारायण उच्च माध्यमिक विद्यालय बिजयनगर* से *कला संकाय में बारहवीं* करने के बाद *जीसीए अजमेर* से *बीए बीएड एमए किया। तत्पश्चात *एमफिल और पीएचडी* जैसी उच्च शिक्षा हासिल करके अपने *खानदान, देशवाली समाज और गांव का नाम रौशन* किया।
*वर्ष 2010 में राजस्थान लोक सेवा आयोग अजमेर* द्वारा आयोजित *प्राध्यापक (भूगोल) पद* पर पदस्थापित होने के बाद *शौक़त जी ने कभी पीछे मुड़कर नहीं* देखा।
अपनी *अथक मेहनत, हरदिल अज़ीज़ कार्य कुशलता और स्मार्ट सोच* के बलबूते पर मात्र *12 वर्ष की राजकीय सेवा और 38 साल की छोटी सी उम्र* में *अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी (ADEO), अजमेर संभाग* पद पर नियुक्त होकर *डॉ. शौकत अली देशवाली* ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा लिया है।
*डॉक्टर साहब* को हम सभी घर वालों गांव वालों और कौम वालों की तरफ से *हार्दिक शुभकामनाएं और दिली मुबारकबाद*। दिल से दुआ है कि आप *इसी तरह बुलंदी से बालातर मक़ाम पर काबिज़ होते जाएं* और अपनी *कौम के युवाओं और बच्चों के लिए कामयाबी की एक नई नज़ीर* पेश करें।
आमीन
फ़क़त
*हाजी मोहम्मद उमर ख़ान साहब (बड़े पापा जी)*
*हाजी चांद मोहम्मद ख़ान साहब (पिता जी)*
*हज्जन सलमा (बड़ी अम्मी)*
*हज्जन रईसा (अम्मीजान)*
अब्दुल रऊफ़ ख़ान (बड़े मामा जी)
अब्दुल रब ख़ान (छोटे मामा जी)
निजाम साहब (फूफा जी)
खालिद रशीद ख़ान (बड़े जीजा जी)
हारून रशीद ख़ान (छोटे जीजा जी)
अब्बास अली ख़ान (बड़े भाई साहब)
आबिद अली ख़ान (बड़े भाई साहब)
जावेद अली ख़ान (बड़े भाई साहब)
मोहम्मद अली ख़ान (बड़े भाई साहब)
रेहाना ख़ान (बड़ी बहिन जी)
रुखसाना ख़ान (बड़ी बहिन जी)
*इरफ़ान अली ख़ान (छोटे भाई साहब)*
एवं *तमाम देशवाली परिवार लोडियाना बिजयनगर अजमेर*
My Elder Brother is Appointed as Additional District Education Officer Ajmer Division Rajasthan
Dr. Shokat Ali Deshwali
ADEO Ajmer Division
9829659239
Happy Diwali to all of you
मासूम उस बचपन से लेकर, नादान इस जवानी तक
अब्बू की साईकिल से लेकर, अम्मी की हर कहानी तक।
हर बार मुझ को ही तो बस, तुम्हारे हिस्से का वो प्यार मिला है
जितना भी हक़ है तुम्हारा, नहीं कभी उतना भी दुलार मिला है।
तुम्हें भी तो, माँ की महफूज़ गोद बहुत अच्छी लगती होगी
तुम्हें भी तो, पापा की हर आदत बहुत सच्ची लगती होगी।
पर अफ़सोस, कि वो प्यार न मिल पाया तुम्हें
क्योंकि, कब्ज़ा कर लिया था मैंने सारा उस पे।
अंदर के उस अधूरेपन ने तुम्हें, खुलकर जीने से रोक दिया है
इसलिए तो खुद को तुमने, ज़िन्दगी की दौड़ में झोंक दिया है।
सबको बहुत चाहते हो, फिर भी इक़रार नहीं कर पाते हो
दिल के बहुत सच्चे हो, हालांकि कभी कभी रूठ जाते हो।
अगर बीते उस दौर में, मैं फिर से जा सकता तो बदल देता वो सब
कोशिश कर रहा हूँ, इससे ज्यादा और कर भी क्या सकता हूँ अब।
दुआ है मेरी ये दिल से कि तुम्हें तुम्हारा पूरा पूरा हक़ मिले
लिखा है जो भी मुकद्दर में बेशक, बेहतरीन वो रिज़्क़ मिले।
प्यारे आका नबी-ए-क़रीम सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम
नाम लेते ही जिनका, दिल से मिट जाएं हर ग़म
तमाम नबियों के सरदार, बुलंद है आपका किरदार
अल्लाह के साथ हमेशा, आता है नाम हर बार
दो जहां यह कायनात, बनी है जिनके सदक़े में
ज़मीन आसमान हर शै, सजी हैं उनके सदक़े में
इस्लाम के आप पैरोकार, मदनी आका है सरकार
या मुस्तफ़ा रसुलुल्लाह, सलाम आप पर बेशुमार
इस उम्मत की ख़ातिर आपने, क्या क्या नहीं सहा
ताउम्र फ़क़त दौर-ए-ज़मां आपका दुश्मन ही रहा
लफ़्ज़ों में इतनी कुव्वत कहाँ, जो कर सके आपका बयां
हर पल यूंही होता रहेगा, सुन्नतों पर आपकी अमल यहाँ
जनाब-ए-मुहम्मद मुस्तफ़ा सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम
ज़िक़्र होते ही आपका, दिल से मिट जाएं हर ग़म
#RockShayar
नबीए करीम सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम कि हयाते
तय्यबा :-
✏ नामे मुबारक :-
🎲मुहम्मद (दादा ने रखा)
🎲अहमद (वलिदाह ने रखा)
✏पैदाइश तारिख :-
🎲12 रबीउल अव्वल सन 570 ई.
✏पैदाइश दिन :-
🎲पीर।
✏पैदाइश का वक़्त :-
🎲सुबह सादिक़।
✏पैदाइश का शहर :-
🎲मक्का शरीफ।
✏दादा का नाम :-
🎲शैबा-अब्दुल मुत्तलिब (कुनियत-अबुल हारिस)
✏दादी का नाम :-
🎲फातिमा।
✏वालिद का नाम :-
🎲अब्दुल्लाह (कुनियत-ज़बीह)
✏वालिदा का नाम :-
🎲बीबी आमना (कुनियत-अबुल क़ासिम)
✏नाना का नाम :-
🎲वाहब बिन अब्दे मुनाफ।
✏खानदान :-
🎲क़ुरैश।
✏दूध पिलाने वाली ख़ादिमा :-
🎲उम्मे एयमन. हलीमा सादिया।
✏वालिद का इंतेक़ाल :-
🎲आपकी पैदाइश से पहले।
✏वालिदा का इंतेक़ाल :-
🎲जब आपकी उम्र 6 साल कि थी
(आपकी वालिदा का इंतेक़ाल अब्वा नाम
कि जगह पर हुवा,
जो मक्का और मदीना के बीच में है)
🎲वालिद और वालिद एके इंतेक़ाल के बाद।
✏आपकी परवरिश :-
🎲दादा अब्दुल मुत्तलिब ने कि
दादा के इंतेक़ाल के वक़्त आपकी उम्र 8 साल थी।
✏दादा ने परवरिश कि :-
🎲2 साल।
✏दादा के बाद आपकी परवरिश कि :-
🎲चाचा अबु तालिब ने की।
✏आपके लक़ब :-
🎲अमीन। (अमानतदार) और सादिक़। (सच्चा)
✏पहला तिजारती सफ़र :-
🎲मुल्के शाम।
✏पहला निकाह :-
🎲हज़रते
खदीजा रदियल्लाहो तआला अन्हा। (मक्का के
लोग ताहिरा नाम
से पुकारते थे)
✏निकाह के वक़्त उम्र :-
🎲25 बरस।
✏हज़तरे खदीजा रदियल्लाहु
तआला अन्हा कि उम्र :-
🎲40 बरस।
✏ऐलाने नुबुव्वत के वक़्त उम्र :-
🎲40 बरस।
✏पहली वही कि जगह :-
🎲ग़ारे हिरा
(ग़ारे हिरा जबले नूर पहाड़ पर है)
✏वही लाते थे :-
🎲हज़रते जिब्रईल अलैहिस्सलाम।
✏पहला नाज़िल लफ्ज़ :-
🎲इक़रा (पढ़ो)
✏सबसे पहले औरतो में इस्लाम क़ुबूल किया :-
🎲हज़रते खदीजा रदियल्लाहु तआला अन्हा ने।
✏सबसे पहले मर्दो में इस्लाम क़ुबूल किया:-
🎲हज़रते अबु बक़र सिद्दीक़ रदियल्लाहो तअला अन्हु
ने।
✏सबसे पहले बच्चो में इस्लाम क़ुबूल किया:-
🎲हज़रते अली रदियल्लाहो तअला अन्हु ने।
✏आप व आप के साथी बेठा करते थे :-
🎲दारे अकरम
(दारे अकरम सफा पहाड़ पर है)
✏पसीना मुबारक :-
🎲मुश्क़ से ज्यादा खुशबूदार था।
आप जिस रास्ते से गुज़रते थे लोग पुकार उठते
कि यहाँ आप
का गुज़र हुवा है।
✏साया :-
🎲आप का साया नही था।
✏कद:-
🎲न ज्यादा लम्बे न कम दरमियानी था।
✏भवे :-
🎲मिली हुई थी।
✏बाल :-
🎲घने और कुछ घुमाव दार थी।
✏आँखे:-
🎲माशा अल्लाह बढ़ी और सुर्ख डोरे वाली।
✏कुफ्फार मक्का ने बोकात किया:-
🎲नुबुव्वत के ऐलान के 9 वे
साल में।
✏ताइफ़ का सफ़र :-
🎲शव्वाल सन 10 नबवी।
✏हज़रते खदीजा व अबु तालिब का इंतिक़ाल :-
🎲ऐलाने नुबुव्वत के
दसवे साल मे।
(इस साल को अमूल हुजन भी कहा जाता है)
✏हिजरत :-
🎲ऐलाने नुबुव्वत के 13 साल बाद।
✏हिजरत के वक़्त उम्र शरीफ :-
🎲53 साल।
✏मक्का से हिजरत :-
🎲मदीना कि जानिब।
✏हिजरत के साथी :-
🎲हज़रते अबु बक़र सिद्दीक़
रदियल्लाहो तअला अन्हु।
✏हिजरत के वक़्त आपने पनाह ली:-
🎲ग़ारे सौर यहाँ आपने तीन
राते गुज़ारी।
✏इस्लामी तारीख का आगाज़ :-
🎲आपकी हिजरत से।
✏पहली जंग :-
🎲गजवाये बद्र इसमें मुसलमानो कि तादाद 313 और
काफिरो कि 1000 थी।
✏हज़रते ज़ैनब से निकाह:-
🎲हिजरत के पांचवे साल।
✏आपने निकाह किये :-
🎲ग्यारह।
(इतने निकाह आपने इस्लाम और इस्लाम
कि तालीमात को फैलाने
के लिए किये)
✏दन्दाने मुबारक शहीद हुवे :-
🎲जंगे उहद में।
✏सबसे बढे दुश्मन :-
🎲अबु लहब, अबु जहल।
✏पर्दा के वक़्त उम्र शरीफ :-
🎲63 बरस।
✏पर्दा किया :-
🎲मदीना मुनव्वरा में।
🎲एक मर्तबा दुरूदे पाक का नजराना पेश कीजिये।
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सिबिल स्कोर 300 से 900 के बीच निर्धारित होने वाला एक 3 अंकों का नंबर है जो किसी व्यक्ति की क्रेडिट योग्यता को बताता है। आपका अच्छा सिबिल स्कोर आपके क्रेडिट कार्ड पर तेजी से अप्रूवल देने में तथा बेहतर डील्स प्राप्ति के लिए मददगार होता है। ज्यादातर बैंकों में लोन अप्रूवल के लिए न्यूनतम सिविल स्कोर 750 होना अनिवार्य है। एक रिपोर्ट के मुताबिक 79 फीसद तक लोन उन्हें ही मिलता है जिनका क्रेडिट स्कोर 750 से ऊपर होता है। आपको CIBIL स्कोर के बारे में जानने से पहले यह जानना आवश्यक है, कि ‘CIBIL’ का अर्थ क्या होता है? और आपको क्रेडिट सुविधा दिलाने में यह क्यों महत्वपूर्ण है।
CIBIL का पूरा नाम ‘क्रेडिट इनफॉरमेशन ब्यूरो इंडिया लिमिटेड’ होता हैं। यह क्रेडिट जानकारी देने वाली एक कंपनी है। जो किसी व्यक्ति या संगठन की क्रेडिट संबंधित सभी गतिविधियों को रिकॉर्ड करके रखती है। बैंक शाखाएं, नॉन बैंकिंग फाइनेंस कंपनिया तथा अन्य वित्तीय संस्थान अपने ग्राहक की क्रेडिट सहित पूरी जानकारी ब्यूरो में सुरक्षित करते हैं। इसी ब्यूरो की जानकारी के आधार पर CIBIL, CIR (क्रेडिट इनफॉरमेशन रिपोर्ट) नामक डॉक्यूमेंट निकालता हैं। जो फिर कस्टमर को उसका क्रेडिट स्कोर देता है।
यदि आपका CIBIL स्कोर NA और HA है, तो इसका यह मतलब बिल्कुल नहीं हुआ कि आपका क्रेडिट स्कोर खराब है। इसका आशय नीचे दिए गए परिणामों में से कोई एक हो सकता है।
यदि आपके पास क्रेडिट से संबंधित कोई हिस्ट्री नहीं है तो इसका मतलब है कि आप क्रेडिट सिस्टम में बिल्कुल नए हो।या फिर पिछले कई वर्षों में आपकी क्रेडिट से संबंधित कोई गतिविधि नहीं होगी।
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38th birthday…
साल में एक दिन ही तो हम एज लाइक किंग जैसा फील करते हैं
लाइफ के बिजी शेड्यूल से चंद हैप्पीनुमा लम्हों की डील करते हैं
Koi na.. Sab sahi ho jayega.. Karke dikhayenge… Achha time aa hi gaya bas… I am trying to motivate myself.
Janmdin mubarak ho Mrs. Afsana Irfan
जहाँ खतरा नहीं होता ज़रा भी डूब जाने का
वहीं पर डूबती हैं कश्तियाँ अक्सर ज़माने में
ज़िन्दगी में थोड़ा कंफ्यूजन आ गया है … फिर से नई शुरुआत करते हैं चलो
खो गया हूँ भीड़ में पूछूँ किसे मैं कौन हूँ?
लापता लगता यहाँ, जो भी खड़ा है भीड़ में
ज़िन्दगी ने ज़िन्दगी भर आज़माया है हमें
जब हंसाना था यहाँ तब ही रुलाया है हमें
ज़िन्दगी ने ज़िन्दगी भर आज़माया है हमें
जब हंसाना था यहाँ तब ही रुलाया है हमें
जिन उसूलों पर हमें था नाज़ ये हैं अलहदा
सबसे ज्यादा उन उसूलों ने सताया है हमें
अक्स में अपने इलाही शख़्स दिखते हैं कई
पेट की इस आग ने क्या-क्या बनाया है हमें
दास्ताँ अब क्या सुनाएँ है यही दिल से दुआ
ख़ुश रहे वो शख़्स जिसने भी सताया है हमें
बहुत चाहूँ मगर वो ज़िन्दगानी अब नहीं मिलती
कहानी में भी ढूँढू तो कहानी अब नहीं मिलती
लिखा है फूल ने दिल को शिकायत से भरा इक ख़त
किताबों में मुहब्बत की निशानी अब नहीं मिलती
– इरफ़ान अली
बिना मक़्सद मैं उसके शहर से अक्सर गुज़रता हूँ
नहीं करनी हो जो गलती वहीं क्यों कर गुज़रता हूँ
अभी तक याद है मुझको गली उसकी पता उसका
नहीं जब काम फिर भी क्यूँ वहीं होकर गुज़रता हूँ.
1 2 2 2 1 2 2 2 1 2 2 2 1 2 2 2
कई चेहरे मिले मुझको नहीं कोई भी उस जैसा
नहीं बनना था जो मुझको बना फ़िर शख़्स मैं वैसा
https://youtu.be/kKJir1UM1X8
26/11
Ek Khaufnak Dastan
✒️️
ज़ुदा जब से यारों, हुआ ज़िंदगी से
शजर से यूँ पत्थर, बना मैं तभी से
यही राज़ मेरा, यही सच है सुन लो
सभी यार लगते, लड़ाई सभी से
मेरी मौत पर तुम, न आंसू बहाओ
रिहाई ये मुझको, मिली है मुझी से
जो मिला उसके लिए है शुक्रिया ऐ ज़िंदगी
सब मिला बाक़ी नहीं कोई गिला ऐ ज़िंदगी
1222 1222 1222 1222
बना लेता हूँ कश्ती तो नहीं पर तैरना आता
बताके राह औरों को सितारा ख़ुद भटक जाता
बिछड़कर यार से मैंने यही जाना मुहब्बत में
अना से दूर रहते गर नहीं यह फ़ासला आता
निगाहें मुंतज़िर कब से अभी पैग़ाम आएगा
सभी आते मुहल्ले में नहीं बस डाकिया आता
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आसमां लगे है वज़्नी हर्फ़ सा
ज़मीन अपनी डायरी लगती है
फ़ितूर ना जाने कैसा चढ़ा है ये
हर शय मुझको शायरी लगती है