समारटफोना में ईको, परमानेंट एवन फलैट
नेट बिण यान छै, बङता बिण ज्यान सलेट
आंगळ्या और अंगूठा, दाँता ने पीसता रेवे
कद छोङेलो कमीण, बस याही कहता रेवे
प्रोफाइल फोटू का चक्कर भी घणा निराळा
सेल्फी लेबा में, गैल्या हो रिह्या सब घराळा
स्टेटस की तो पछै, बाता ही काई केणी छै
बूढा डोकरा भी अडे, जो कूल डूड लिखे छै
लोग लुगाई, छोरा छोरी, और टाबर टींगर
यान चिपक्या रेवे, ज्यान कोई हाबू झींगर
मैसेज अतरी, अलग अलग तरान का आवे
कि ज्याने, पढ पढ ही ऐ आँख्याँ सूज जावे
हाई जानू, हेय ब्रो, हमममममम, हैलो मिस
और साथ में वे सब, स्माईली वाळा किस
भले ही मोबाइल की, बैटरी हो जावे खतम
चार्जर की राखे सदा, लारे ऐ सब तिकङम
धार्मिक मैसेज अडे जो, इतरा भेज्या जावे
कि धरम भी इक बार तो, कंफ्यूज हो जावे
हर तरह का विडियो, वालपेपर मिले है घणा
पढबा लिखबाळारा दिल, ईपर खिले है घणा
पेपर भी आजकल तो, ईपर ही लीक होवे है
आछी बुरी हर पोस्ट ने, ओ तो खुद ढोवे है
हर चीज का हमेशा सू, दो पहलू हुया करे
आपणा पर है, कि यूज क्यान किया करे
सूचना तकनीक को, ओ कमाल है अनूठो
अपणा दिल सू कदई, ओ सवाल तो पूछो
जे ई छाळा ने, कि रूप में काम में लैणो है
म्हारों तो शब्दा सू, बस इतरो हि कैणो है
के जि छाळा के जरिये सू, होवे नोलेज अप
ऊ छाळा को ही, नाम छै भाया व्हाट्स अप
सर्वाधिकार सुरक्षित, 2015
© राॅकशायर इरफ़ान अली खान
— शब्द सन्दर्भ —
छाळा – खिलौना, मन बहलाने की वस्तु
सगळा – सब
अडे – यहाँ
छै – है
ईको – इसका
बिण – बाना
यान – ऐसे
बङता – स्लेट पर लिखने की चाॅक
ज्यान – जैसे
आंगळ्या – उंगलियाँ
कद – कब
कमीण -दुष्ट
घणा – खूब
निराळा – अद्भुत
लेबा – लेना
गैल्या – पागल
रिह्या – रहे
घराळा – घरवाले
पछै – फिर
काई केणी – क्यां कहने
डोकरा – वृद्ध
अडे -यहाँ
लोग लुगाई – नर नारी
छोरा छोरी – युवक युवती
टाबर टींगर – बालक शिशु
चिपक्या रेवे – चिपके रहते
हाबू झींगर – कीट पतंगे
अतरी – इतनी
तरान – तरह
आँख्याँ – आँखें
लारे – साथ
तिकङम – तरकीब, युक्ति
ईपर – इस पर
आछी – अच्छी
आपणा – अपना
क्यान – कैसे
कदई – कभी
जे – कि
लैणो – लेना
म्हारों – मेरा
कैणो – कहना